गोपालगंज : खाकी का कहर एक फिर गरीब पर टूटा है. दलित दंपती की बेरहमी से पिटाई पुलिस वालों ने की है. पुलिस द्वारा गांव में सरेआम पिटाई की घटना से मानवता शर्मसार हो गयी है. पीड़ित महिला की हालत गंभीर है. उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भरती कराया गया है, जहां महिला को ऑक्सीजन पर रखा गया है. इस घटना से इलाके में खाकी फिर दागदार हुई है.
ग्रामीणों ने बताया कि नगर थाना क्षेत्र के बसडीला गांव के मुरगिया टोले के हृदयानंद बैठा तथा उसके पड़ोसी के बीच जमीन को लेकर पिछले कई वर्षों से विवाद है. मामला अनुमंडल कोर्ट से सिविल कोर्ट में पहुंच गया. सिविल कोर्ट में सुनवाई चल रही है. इस बीच दोनों पक्ष के लोग जमीन पर यथास्थिति बनाये हुए हैं.
पड़ोसी की झूठी रिपोर्ट पर नगर थाने में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर जेएस विक्रम दल-बल के साथ रविवार की सुबह 11 बजे पहुंच कर हृदयानंद बैठा को गिरफ्तार करना चाही. इस पर हृदयानंद बैठा अड़ गया और गिरफ्तारी का वारंट मांगने लगा. इस बीच वहां भीड़ जुट गयी.
गिरफ्तारी वारंट मांगते ही पुलिस अधिकारी भड़क गये तथा गाली-गलौज करते हुए उसकी पिटाई करने लगे. बचाने गयी पत्नी राजमती देवी को भी पुलिस ने नहीं बख्शा. जब राजमति देवी बेहोश हो कर गिर पड़ी तब पुलिस वहां से लौट गयी. आसपास के ग्रामीणों ने घायलों को सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज चल रहा है. पुलिस उत्पीड़न की इस घटना से पूरा मुरगिया गांव दहल उठा है. ग्रामीण पुलिस की बर्बरता से हैरत में हैं.
* दोषियों पर कार्रवाई की मांग
पुलिस उत्पीड़न की खबर मिलने पर सदर अस्पताल पहुंचे जदयू नेता ओम प्रकाश सिंह ने तत्काल पुलिस कप्तान डा विनोद कुमार चौधरी से संपर्क कर घटना की जानकारी दी. साथ ही उच्चस्तरीय जांच करा कर आरोपित पुलिस अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें निलंबित कर विभागीय कार्रवाई करने की मांग की.
इस मामले में जदयू नेता श्री सिंह ने बताया दलित महिला के साथ पुलिस ने बर्बरतापूर्वक पिटाई की है. अगर दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई नहीं की गयी तो पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए जदयू आंदोलन करेगा.
दो पक्षों के विवाद के बाद मामले की जांच करने गयी पुलिस टीम पर महिला के द्वारा पिटाई का आरोप लगाया गया है. जैसे ही इस घटना की जानकारी मुङो मिली है, तत्काल एसडीपीओ को जांच कर रिपोर्ट तलब किया गया है. एसडीपीओ की रिपोर्ट अभी नहीं आयी है. रिपोर्ट आने के बाद अगर पुलिस अधिकारी दोषी होंगे तो उन पर तत्काल कार्रवाई की जायेगी.
डॉ विनोद कुमार चौधरी, पुलिस कप्तान, गोपालगंज