गोपालगंज : गुरुवार को मद्य निषेध एवं निबंधन मंत्री सह जिले के प्रभारी मंत्री ने केरोसिन तेल डीपों पर स्वयं जाकर छापेमारी की. छापेमारी में व्यापक धांधली का परदाफाश हुआ है.
वहीं अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल खड़ा हो गया है. शुक्रवार को 20 सूत्री की बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे जिला प्रभारी मंत्री अवधेश सिंह कुशवाहा गुरुवार को सर्किट हाउस पहुंचे, जहां उन्हें केरोसिन वितरण में भारी गड़बड़ी की शिकायत मिली. मंत्री तत्काल डीएसओ को बुला कर उनका मोबाइल बंद कराया तथा स्वंय शहर स्थित स्टेशन रोड में सोच राम विश्वनाथ प्रसाद तेल डीपो पर छापेमारी की.
यहां गेट में ताला लगा हुआ था तथा बोर्ड दो अगस्त तक का 16 हजार 476 लीटर का स्टॉक अंकित था. मंत्री ने पाया कि दो अगस्त के बाद कभी भी यह डीपो खुला ही नहीं था. इस पर मंत्री आग बबूला हो गये तथा तत्काल इसकी सूचना डीएम एवं अन्य अधिकारियों को दी गयी. मंत्री के वहां पहुंचने की सूचना पर जदयू के जिलाध्यक्ष सदानंद सिंह, प्रमोद पटेल सहित कई कार्यकर्ता पहुंचे.
कुछ देर बाद वहां नाप तौल अधिकारी एवं एसडीओ रेयाज अहमद खां पहुंचे, तब जाकर डीपो का गेट खुलवाया गया. कोई भी कागजात नहीं मिला. मंत्री ने स्वयं टैंक में रखे तेल की जांच की व गोदाम सहित पूरा डीपो को सील करवा दिया. इधर मंत्री ने कहा कि यहां बड़े पैमाने पर धांधली की गयी है. इसके लिए संबंधी सभी अधिकारी दोषी है. तीन सदस्यीय टीम इसकी जांच करेगी तथा सभी लोगों पर दंडात्मक कार्रवाई होगी.