गोपालगंज : नेपाल में पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण गंडक नदी के जल स्तर में उतार-चढ़ाव जारी है. काला मटिहनियां में बांध के समीप नदी का दबाव बन गया है, तो सलेमपुर में कटाव और तटबंधों पर हो रहे क्षरण को रोकने के लिए बाढ़ नियंत्रण विभाग के अभियंता कैंप कर बचाव कार्य में जुटे हुए हैं.
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भारी बारिश से बढ़ा गंडक का जल स्तर
गोपालगंज : नेपाल में पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण गंडक नदी के जल स्तर में उतार-चढ़ाव जारी है. काला मटिहनियां में बांध के समीप नदी का दबाव बन गया है, तो सलेमपुर में कटाव और तटबंधों पर हो रहे क्षरण को रोकने के लिए बाढ़ नियंत्रण विभाग के अभियंता कैंप […]
इधर जिले में पिछले 24 घंटे से हो रही अनवरत बारिश के कारण सारण मुख्य तटबंधों समेत कई राजस्व छरकियों पर रेनकट की समस्या उत्पन्न हो गयी है. इसको देखते हुए बाढ़ नियंत्रण विभाग के अभियंता री-स्टोर कराने में जुटे हैं.
उधर, वाल्मीकिनगर बराज से गुरुवार की शाम छह बजे 85 हजार क्यूसेक जल डिस्चार्ज दर्ज किया गया है. अधीक्षण अभियंता ने बताया कि गंडक नदी के पानी के कालामटिहनिया के पास बांध से सटने के कारण थोड़ा सा दबाव है. तटबंध पूरी तरह सुरक्षित है.
उधर, गंडक नदी के घटते- बढ़ते जल स्तर के कारण दियारा के 189 गांवों के लोगों की धड़कनें बढ़ी हुई हैं. नदी के जल स्तर में वृद्धि नेपाल में हो रही बारिश पर निर्भर है. नेपाल में बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन हाइअलर्ट मोड में है.
नदी की धारा को तोड़ने के लिए बोल्डर पिचिंग
बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों की मानें तो कुचायकोट प्रखंड के कालामटिहनिया, विशंभरपुर, भसही, भगवानपुर के पास नदी गाइड बांध से सटकर बहती है. बांध को प्रोटेक्ट करने के लिए इस बार जीओ बैग के अलावे बोल्डर पिचिंग करायी गयी है.
नदी की धारा का असर तटबंध पर न हो इसके लिए ठोकर और बेडवार भी बनाया गया है. अधीक्षण अभियंता ने बताया कि तीन लाख क्यूसेक जल डिस्चार्ज होने पर भी बांध पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है. वैसे चौकसी बढ़ा दी गयी है. जिला प्रशासन के अधिकारी भी लगातार मॉनीटरिंग कर रहे हैं.
मौसम विभाग ने जारी किया भारी बारिश को लेकर हाइ अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए हाइअलर्ट जारी करते हुए कहा कि भारी बारिश की संभावना बनी है. उत्तर बिहार के गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पं चंपारण, सीवान व छपरा में अनवरत बारिश की संभावना बनी हुई है. मौसम विज्ञानी डॉ एसएन पांडेय ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से आ रही पूर्वी हवाओं के साथ बादल और नमी के कारण उत्तर बिहार में बेहतर बारिश के आसार बने हैं. 13 जुलाई को 111 मिलीमीटर बारिश के आसार हैं, जो अबतक की सर्वाधिक वर्षा मानी जायेगी.
जिले में भारी बारिश से तटबंधों पर रेनकट की समस्या से निबटने में जुटा महकमा
अलर्ट को देख निचले इलाके में रह रहे लोगों की बढ़ने लगीं धड़कनें, नहीं थम रही बारिश
-तटबंधों पर लगातार निगरानी कर रहे बाढ़ नियंत्रण विभाग के अभियंता व अधिकारी
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