भोरे : भोरे रेफरल अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही से एक प्रसूता की जान चली गयी. इसकी खबर मिलते ही ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा और ग्रामीणों ने शव को भोरे रेफरल अस्पताल के सामने भोरे-मीरगंज मुख्य पथ पर रख कर जाम कर दिया. इसके बाद ग्रामीणों ने भोरे चारमुहानी को भी जाम कर दिया.
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भोरे में प्रसूता की मौत के बाद भड़का आक्रोश
भोरे : भोरे रेफरल अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही से एक प्रसूता की जान चली गयी. इसकी खबर मिलते ही ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा और ग्रामीणों ने शव को भोरे रेफरल अस्पताल के सामने भोरे-मीरगंज मुख्य पथ पर रख कर जाम कर दिया. इसके बाद ग्रामीणों ने भोरे चारमुहानी को भी जाम कर दिया. […]
इससे पूरा भोरे जाम की जद में आ गया. स्थिति को देखते हुए मौके पर मीरगंज इंस्पेक्टर के साथ साथ तीनों थानों की पुलिस को बुला लिया गया. इधर, ग्रामीणों द्वारा रेफरल अस्पताल में ताला बंदी किये जाने से स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गयीं, जिससे मरीजों और उनके परिजनों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा.
भोरे थाना क्षेत्र के डिघवां गांव निवासी संदीप गोंड की पत्नी अंजलि देवी गर्भवती थीं. गुरुवार की सुबह लगभग तीन बजे प्रसव पीड़ा के कारण उसे परिजन लेकर भोरे रेफरल अस्पताल लेकर आये. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों ने उनसे गलब्स के साथ कॉटन एवं दवा भी बाहर से लेने की बात कही और तब इलाज शुरू किया.
प्रसव होने के बाद अचानक ही महिला की हालत बिगड़ने लगी. उसे ज्यादा रक्तस्राव होने लगा. आनन-फानन में डॉक्टरों ने उसे गोपालगंज रेफर कर दिया. अस्पताल में एंबुलेंस नहीं होने के कारण महिला एक घंटे तक अस्पताल परिसर में ही तड़पती रही.
एक घंटे बाद प्राइवेट एंबुलेंस का इंतजाम कर परिजन उसे गोपालगंज सदर अस्पताल ले कर गये. वहां, पहुंचते ही महिला ने दम तोड़ दिया. मौत के बाद उसे वापस लेकर परिजन भोरे रेफरल अस्पताल पहुंचे, अस्पताल में तालाबंदी करते हुए शव को अस्पताल के गेट के सामने रखकर जाम कर दिया.
इस दौरान अस्पताल प्रबंधन कई गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की. इसके साथ ही चारमुहानी को भी जाम कर दिया गया. इसके कारण भोरे-मीरगंज, भोरे-भिंगारी, भोरे-कटेया, भोरे-मिश्रौली सड़क पर आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया. स्थिति को देखते हुए आसपास के थानों को सूचना दी गयी.
सूचना मिलते ही विजयीपुर थानाध्यक्ष अब्दुल मजीद, कटेया थानाध्यक्ष अश्विनी तिवारी, मीरगंज इंस्पेक्टर एसके हिमांशु पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. भोरे थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार, सीओ जितेंद्र सिंह, बीडीओ पन्ना लाल के काफी समझाने के बाद मामला शांत हुआ और जाम को हटाया जा सका.
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