परिजनों ने गेट का नहीं खोला ताला, पुलिस का विरोध, बैरंग लौटी पुलिस
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भाएद अध्यक्ष के घर रेड करने पहुंची पुलिस, उल्टे पांव लौटी
परिजनों ने गेट का नहीं खोला ताला, पुलिस का विरोध, बैरंग लौटी पुलिस घर के अंदर बड़े पैमाने पर चोरी और फर्जीवाड़ा के सामान होने की संभावना गोपालगंज : बंजारी स्थित भाएद के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र पड़ित के आवास पर नगर थाने की पुलिस रेड करने पहुंची. पुलिस के घंटों प्रयास के बाद भी परिजनों […]
घर के अंदर बड़े पैमाने पर चोरी और फर्जीवाड़ा के सामान होने की संभावना
गोपालगंज : बंजारी स्थित भाएद के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र पड़ित के आवास पर नगर थाने की पुलिस रेड करने पहुंची. पुलिस के घंटों प्रयास के बाद भी परिजनों ने आवास का गेट नहीं खोला. इसके कारण पुलिस की छापेमारी व जांच नहीं हो सकी. पुलिस के पहुंचते ही सैकड़ों की संख्या में लोग अध्यक्ष के आवास को घेर लिया तथा उसके कारनामों की पोल खोलने लगे. पुलिस को लोगों ने बताया कि आवास में चोरी एवं अवैध सामान, फर्जीवाड़ा के कई साक्ष्य और सबूत होने की संभावना है. हालांकि तीन-चार लोगों के छुपे होने की बात भी कही जा रही थी. लोगों ने यह भी आशंका जताया कि मौका मिलते ही आपत्तिजनक एवं चोरी के सामान को ठिकाने लगाया जा सकता है. उधर, पुलिस अब कोर्ट से अनुमति लेने के बाद पुन: यहां छापेमारी की योजना बना रही है. पुलिस के एक वरीय अधिकारी की मानें तो यहां से बड़े पैमाने पर जमीन के फर्जीवाड़ा से जुड़ा रिकाॅर्ड भी मिलने की संभावना है. फिलहाल पुलिस इनके आवास पर नजर रखी हुई है.
चोरी की सफारी और एटीएम कटर के साथ गिरफ्तार : शहर के बंजारी गांव निवासी भारतीय एकता दल का राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेद्र पड़ित अपनी सफारी कार से पटना स्थित अपने घर जा रहा था. इसी दौरान गश्ती पर पुलिस के साथ निकले पटना के आदमकुआं थाना के थानाध्यक्ष अशोक राय ने तेज गति से जा रही सफारी को शक के आधार पर रोक लिया. वाहन रोकने के बाद उसकी तलाशी लेने पर उसमें एक गैस कटर मिला. जांच करने पर सफारी भी चोरी की निकली. इस पर पटना पुलिस ने सफारी सहित गैस कटर को जब्त करते हुए भाएद नेता सहित वाहन में बैठे दो अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया. एटीएम काटने वाले गिरोह का सदस्य होने की बात सामने आयी है.
योगेंद्र पड़ित के करीबियों की बढ़ी बेचैनी
बंजारी के रहने वाले योगेंद्र पड़ित मौनिया चौक पर टेलर मास्टर से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने तक का सफर तय किया. इस दौरान उसके संपर्क में कई बड़े नेता से लेकर अपराधी तक आ गये. जमीन के माफिया भी इससे जुड़कर राजनीतिक संरक्षण लेने लगे. पटना में गिरफ्तारी के बाद योगेंद्र पड़ित के करीबियों की बेचैनी बढ़ी हुई है, उधर पुलिस योगेंद्र पड़ित के मोबाइल के सीडीआर को खंगालने में जुटी है. पुलिस का मानना है कि इसके साथ फर्जीवाड़े और अवैध कार्यों में कई सफेदपोश लोग भी शामिल है.
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