स्वाइन फ्लू से जिले के कटेया में रेलकर्मी की हो चुकी है मौत
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स्वाइन फ्लू का एक और मरीज िमला स्वास्थ्य महकमे में मचा हड़कंप
स्वाइन फ्लू से जिले के कटेया में रेलकर्मी की हो चुकी है मौत एक और संदिग्ध मरीज का सैंपल जांच के लिए लैब में भेजा गया गोपालगंज : जिले में स्वाइन फ्लू का एक और संदिग्ध मरीज मिला है. इससे स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है. दो दिन पहले ही जिले के कटेया में […]
एक और संदिग्ध मरीज का सैंपल जांच के लिए लैब में भेजा गया
गोपालगंज : जिले में स्वाइन फ्लू का एक और संदिग्ध मरीज मिला है. इससे स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है. दो दिन पहले ही जिले के कटेया में एक रेलकर्मी दीनानाथ यादव की मौत स्वाइन फ्लू से हो चुकी है. अब एक और संदिग्ध मरीज मिलने से स्वास्थ्य महकमा चिंतित हो गया है. वहीं, प्रभारी सिविल सर्जन डॉ एके चौधरी के निर्देश पर संदिग्ध मरीज का ब्लड सैंपल जांच के लिए लैब में भेजा गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य विभाग संदिग्ध मरीज के विशेष इलाज की व्यवस्था करायेगा.
फिलहाल संदिग्ध मरीज को जरूरी सलाह व दवा उपलब्ध करायी गयी है. उधर, स्वाइन फ्लू के वायरस के जिले में फैलने को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. प्रभारी सिविल सर्जन ने अनुमंडल, रेफरल और प्रखंडस्तरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि स्वाइन फ्लू, डेंगू व चिकेन गुनिया के अगर मरीज पाये जाते हैं, तो तत्काल इसकी सूचना मुख्यालय को दें. ऐसे रोगियों के विशेष इलाज की व्यवस्था की जायेगी. इसके अलावा यह भी निर्देश दिया गया कि जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम लोगों को स्वाइन फ्लू की पहचान करने की जानकारी दी जाये.
सदर अस्पताल में है विशेष इंतजाम : स्वाइन फ्लू के रोगियों के इलाज के लिए सदर अस्पताल में विशेष इंतजाम हैं. ऐसे रोगी के पाये जाने के बाद एक वार्ड में उसे रखा जाता है और स्वाइन फ्लू के वायरस का असर खत्म करने के लिए एंटीडोज दिया जाता है. डॉक्टरों की एक विशेष टीम उस मरीज पर नजर रखती है और समय-समय पर उसकी जांच की जाती है. वैसे वर्तमान समय में सदर अस्पताल में स्वाइन फ्लू से ग्रस्त कोई मरीज नहीं है, जिसका इलाज चल रहा हो.
बुखार के साथ दम फूलना है पहचान : स्वाइन फ्लू वायरस के प्रकोप से होता है. अगर किसी व्यक्ति को बुखार है, नाक से पानी निकल रहा है, कै-दस्त हो रहा है, तो चिंता की बात नहीं है. लेकिन, इसके साथ ही अगर उसी मरीज का दम भी फूल रहा है, तो हो सकता है स्वाइन फ्लू का वायरस शरीर में प्रवेश कर गया है. बुखार के साथ दम फूलना खतरनाक संकेत है. ऐसे में संबंधित रोगी तो तुरंत ही अपने नजदीकी सरकारी अस्पताल में जाकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से संपर्क करना चाहिए. चिकित्सा पदाधिकारी संदिग्ध मरीज का सैंपल लेकर सिविल सर्जन के माध्यम जांच के लिए लैब में भेजेंगे.
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