गया: नगर निगम अपना बजट 27 मार्च को पेश किया जायेगा. इससे पहले नगरपालिका अधिनियम के तहत 24 मार्च को स्टैंडिंग कमेटी बजट पर विचार करेगी. यह फैसला गुरुवार को निगम बोर्ड की बैठक में पार्षदों द्वारा लिया गया. बैठक के दौरान स्टैंडिंग की बैठक के बाद ही बजट की कॉपी उपलब्ध कराये जाने की बात कही गयी, ताकि 27 मार्च को बोर्ड की बैठक से पहले सभी पार्षद बजट का अध्ययन कर सकें.
प्रभार लेने के बाद नगर आयुक्त रामविलास पासवान की यह पहली बैठक थी. पार्षदों ने बैठक से पहले औपचारिक तौर पर नगर आयुक्त से परिचय लिया और बारी-बारी से अपना परिचय दिया. इसके बाद मेयर विभा देवी ने पार्षदों व अधिकारियों से सभी पुराने मतभेद मिटा कर नये सिरे से काम शुरू करने की अपील की.
नुकसान पहुंचाने वाले बख्शे नहीं जायेंगे
नगर आयुक्त ने नगर निगम कार्यालय की तुलना मंदिर से की. बैठक के दौरान उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि किसी भी सूरत में निगम कार्यालय व निगम के कामकाज को नुकसान पहुंचाने वाले को बख्शा नहीं जायेगा. फिर चाहे वह कर्मचारी हो या कोई अन्य. वैसे सभी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई होगी, जो कार्यालय के आदेशों का उल्लंघन करेंगे. उन्होंने कर्मचारियों को नियम व ईमानदारी से काम करने की नसीहत दी. साथ ही, पार्षदों से सहयोग करने की अपील की. पार्षदों द्वारा सफाई व्यवस्था के नाम पर निगम में हो रही धांधली का मामला उठाये जाने पर नगर आयुक्त ने व्यवस्था में सुधार लाने की बात कही.
बात पहुंची औकात पर
निगम बोर्ड की बैठक हो और हंगामा न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता. पुराने रिकार्ड को बरकरार रखते हुए कुछ देर के लिए ही सही, लेकिन बैठक में हंगामा हुआ. बैठक के दौरान पार्षद खतीब अहमद और शशि किशोर शिशु आपस में भिड़ गये. बात एक-दूसरे के औकात तक पहुंच गयी. अन्य पार्षदों ने हस्तक्षेप करते हुए दोनों को शांत कराया. इससे पहले पार्षद सरस्वती देवी ने उनके वार्ड में जलापूर्ति केंद्र पर उनके इजाजत के खिलाफ कर्मचारी नियुक्त किये जाने पर अधिकारियों के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया. अधिकारियों ने बताया कि उक्त जलापूर्ति केंद्र पर विभाग के पास स्टैंड बाई के रूप में मौजूद दो कर्मचारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है.