गुरुआ: गुरुआ प्रखंड के प्रसिद्ध स्थल भुरहा में आजादी के 70 वर्ष बीत जाने के बाद भी भुरहा बौद्ध सर्किट पर्यटक स्थल से नहीं जुड़ा है. इसके कारण भुरहा में सैकड़ों की संख्या में बिखरी पड़ीं भगवान बुद्ध की मूर्तियां आज भी धूल फांक रही हैं. जानकार के अनुसार, ये मूर्तियां इतनी बेशकीमती हैं कि चोर इन्हें चुराने का प्रयास कई बार करते रहे हैं.
कई मूर्तियों को तस्कर उठा कर ले भी गये. इनकी सुरक्षा का ख्याल न तो प्रशासन को है और न पुरातत्व विभाग का. ऐसे हालात में यह मूर्तियों की सुरक्षा के लिए स्थानीय कमेटी और दुब्बा के लोगों ने भगवान बुद्ध की बेशकीमती मूर्तियों को लोहे के मोटे-मोटे रॉड से घेर रखा है, ताकि कोई इसे चुरा ना ले जाये. हालांकि, इस जगह पर अब तक मुख्यमंत्री से लेकर पर्यटक विभाग के तमाम अधिकारी और पदाधिकारियों का दौरा हुआ. सब ने एक स्वर में कहा कि भुरहा को बौद्ध सर्किट से जोड़ा जायेगा और सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की जायेगी. पूर्व विधायक सुरेंद्र प्रसाद सिन्हा ने कहा कि भुरहा को बौद्ध सर्किट से जोड़ा जाये. इसके लिए सरकार से मांग किया हूं. इसपर विचार किया जा रहा है. सुरक्षा पर उन्होंने कहा कि सुरक्षा की व्यवस्था की जायेगी.