उनकी शिकायत थी कि दांगी काे अति पिछड़ा में शामिल किये जाने के बाद आरक्षण का लाभ लेने व इसी आधार पर जिला पर्षद अध्यक्ष की कुरसी पर काबिज हुई थीं. इस संबंध में जिला पर्षद अध्यक्ष करुणा कुमारी ने कहा कि फैसला एकपक्षीय है. राज्य निर्वाचन आयाेग से न्याय नहीं मिला, तो वह हाइकाेर्ट से लेकर सुप्रीम काेर्ट तक चुनाैती देने में पीछे नहीं हटेंगी.
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आरक्षण के लिए जिप अध्यक्ष ने दिया गलत जाति प्रमाणपत्र
गया: जिला पर्षद (जिप) अध्यक्ष करुणा कुमारी की कुरसी खतरे में पड़ गयी है. आरक्षण का लाभ लेने के लिए जाति छिपा गलत प्रमाणपत्र बना कर चुनाव लड़नेवाली करुणा कुमारी के विरुद्ध डीएम के यहां चल रहे मामले की सुनवाई पूरी हाेने व आदेश निकाले जाने के बाद कई खुलासे हुए हैं. दायर परिवाद में […]
गया: जिला पर्षद (जिप) अध्यक्ष करुणा कुमारी की कुरसी खतरे में पड़ गयी है. आरक्षण का लाभ लेने के लिए जाति छिपा गलत प्रमाणपत्र बना कर चुनाव लड़नेवाली करुणा कुमारी के विरुद्ध डीएम के यहां चल रहे मामले की सुनवाई पूरी हाेने व आदेश निकाले जाने के बाद कई खुलासे हुए हैं. दायर परिवाद में विपक्षी द्वारा लगाये गये आरोपों की जांच करायी गयी थी. इसमें उनके द्वारा दिये गये प्रमाण को गलत करार देते हुए कार्रवाई के लिए अनुशंसा डीएम कुमार रवि ने राज्य निर्वाचन आयोग से की है.
पांच अक्तूबर काे डीएम ने अपने फैसले पर मुहर लगा कर मामले काे सार्वजनिक किया. करुणा कुमारी के पिता वजीरगंज के बिच्छा गांव के रामदहीन प्रसाद काेयरी (कुशवाहा) जाति के हैं. इसका खुलासा जांच के दाैरान इस बात से भी हुआ है कि करुणा कुमारी की बहन किरण कुमारी के सर्टिफिकेट पर काेयरी (कुशवाहा) जाति अंकित है. उसपर उनके पिता रामदहीन प्रसाद का हस्ताक्षर है. उन्हाेंने इसे स्वप्रमाणित किया है. कुशवाहा जाति न हाेकर दांगी हाेने की आपत्ति नहीं की है. करुणा कुमारी की शादी गुरुआ के अमित कुमार के साथ हुई है.
पदाधिकारियाें व कर्मचारियाें के खिलाफ भी कार्रवाई का आदेश
करुणा देवी ने जिला पर्षद सदस्य का चुनाव शेरघाटी अनुमंडल से लड़ने के लिए अपने पति अमित कुमार काे पिता बना कर निर्गत प्रमाणपत्र में जाति के स्थान पर दांगी अंकित किया है आैर ताे आैर यह बात भी सामने आयी है कि गुरुआ अंचल में आवेदन (संख्या 040719354121202711, प्रमाणपत्र संख्या 2071 एवं 2077 दिनांक 13.03.2012) पर किरण कुमारी व करुणा कुमारी के नाम से जाति प्रमाणपत्र बना है. एक आवेदन पर दाे क्रम संख्या से एक ही तिथि में दाे अलग-अलग नामाें से जाति प्रमाणपत्र कैसे निर्गत हुआ, यह भी जांच का विषय है. डीएम ने निर्देश दिया है कि गलत जाति प्रमाणपत्र निर्गत करनेवाले पदाधिकारियाें व कर्मचारियाें के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए प्रस्ताव भेजे जायें.
पिता की जगह पति का दिया नाम
डीएम ने राज्य निर्वाचन आयाेग के पत्र का हवाला देते हुए कहा है कि करुणा कुमारी की जाति का निर्धारण उनके मायके में पिता के राजस्व अभिलेख से होगा. करुणा कुमारी ने रामदहीन प्रसाद की बेटी हाेने का जिक्र नहीं कर गुरुआ अंचल से बनाये गये जाति प्रमाणपत्र में पति अमित कुमार काे ही पिता बना आवासीय व जाति प्रमाणपत्र निर्गत करा लिया. यह भी उजागर किया गया है कि करुणा कुमारी द्वारा आवेदन संख्या 040719354121202711 के विरुद्ध दिनांक 08.07.2016 काे समर्पित जाति प्रमाणपत्र, जाे कि उनके द्वारा स्व अभिप्रमाणित भी है, वह बिल्कुल फर्जी है.
बिच्छा में दांगी जाति का कोई नहीं
सदर अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा वजीरगंज के बिच्छा में जब जाति संबंधी जांच-पड़ताल की गयी, ताे पता चला कि बिच्छा गांव में दांगी जाति का काेई है ही नहीं. 23 जून, 2016 काे उमेश प्रसाद व बाद में लक्ष्मी देवी ने करुणा कुमारी काे दांगी जाति का नहीं हाेकर कुशवाहा जाति के हाेने का बताते हुए राज्य निर्वाचन आयाेग के उपसचिव के यहां आवेदन देकर सदस्यता रद्द करने की मांग की थी.
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