गया:मिड-डे मील में आयोडिनयुक्त नमक इस्तेमाल पर निदेशालय ने सख्ती दिखायी है. आदेश जारी किया गया है कि हर हाल में बच्चों के खाद्य पदार्थों में आयोडिन नमक का ही इस्तेमाल हो. साथ ही, इस बात की पुष्टि की जाये कि जिले के सभी स्कूलों में उक्त नमक का नियमित प्रयोग किया जा रहा है. […]
गया:मिड-डे मील में आयोडिनयुक्त नमक इस्तेमाल पर निदेशालय ने सख्ती दिखायी है. आदेश जारी किया गया है कि हर हाल में बच्चों के खाद्य पदार्थों में आयोडिन नमक का ही इस्तेमाल हो. साथ ही, इस बात की पुष्टि की जाये कि जिले के सभी स्कूलों में उक्त नमक का नियमित प्रयोग किया जा रहा है. इस कार्य में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाये. इसके अलावा निदेशालय ने किचन सेट की साफ-सफाई पर जोर दिया है.
उल्लेखनीय है कि जिले में 3109 विद्यालयों में मध्याह्न भोजन की व्यवस्था है. विभाग की मानें, तो इन सभी विद्यालयों में नियमित रूप से मिड-डे मील बच्चों को उपलब्ध कराया जा रहा है. सूत्रों का कहना है कि बड़ी संख्या में स्कूलों में आयोडिनयुक्त नमक का प्रयोग नहीं हो रहा था. इस बात की शिकायत शिक्षा विभाग को मिली थी. स्कूलाें में सामान्य नमक का ही इस्तेमाल हो रहा था. यह बात बीते दिनों हुई जांच में भी सामने आयी थी. आशंका जतायी गयी थी कि सामान्य नमक के प्रयोग से बच्चों में कई बीमारियां उत्पन्न हो सकती हैं.
इस बात की पुष्टि होने पर निदेशालय हरकत में आया और आयोडिनयुक्त नमक का इस्तेमाल किये जाने का आदेश जारी किया. मिड-डे मील विभाग को आदेश दिया गया है कि इसे प्रभावी बनाये जाने के लिए हरसंभव कदम उठाये जायें. लापरवाही बरते जाने से बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हाेगा. विभाग को कहा गया है कि समय-समय पर इस बात की जांच की जाये. साथ ही, इसकी सूचना निदेशालय को भेजी जाये. जांच के दौरान किसी प्रकार की कमी पाये जाने पर सख्त कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाये. इसके अलावा निदेशालय ने रसोई में इस्तेमाल होने वाले बरतन की साफ-सफाई पर खासा जोर दिया है.
कहा गया है कि इस कार्य को गंभीरता के साथ निबटाया जाये. खासकर बरसात के दिनों में विशेष जोर दिया जाये. डीपीएम आनंद प्रकाश का कहना है कि निदेशक हरिहर प्रसाद की ओर से अादेश जारी किया गया है. इसे प्रभावी बनाये जाने का कार्य शुरू कर दिया गया है. सभी जिम्मेवार लोगों से रिपोर्ट मांगी गयी है.