गया: जिले के सभी प्रखंड की पंचायतों में बुनियादी साक्षरता महापरीक्षा में रविवार को 66 हजार सात सौ 26 नवसाक्षरों ने परीक्षा दी. महापरीक्षा के लिए पंचायत के लोक शिक्षा केंद्र में परीक्षा केंद्र बनाया गया था. जानकारी देते हुए जिला लोक शिक्षा समिति साक्षरता के कार्यक्रम समन्वयक पंकज कुमार राही ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जिले को महापरीक्षा में भाग लेनेवाले नवसाक्षरों का लक्ष्य 70 हजार दो सौ 32 दिया गया था.
लक्ष्य पूरा करने के लिए जिले के सभी प्रखंडों को मिला कर 68 हजार आठ सौ 24 नवसाक्षरों का परीक्षा में भाग लेने के लिए पंजीयन कराया गया. इनमें 66 हजार सात सौ 26 नवसाक्षरों ने महापरीक्षा में भाग लिया. पंजीयन के अनुरूप महापरीक्षा में सांसद आदर्श ग्राम बोधगया के बकरौर, गुरुआ के कलौना, टिकारी के केसपा पंचायत से नवसाक्षरों की उपस्थिति शत-प्रतिशत रही. श्री राही ने बताया कि बोधगया बकरौर में 27 सौ 65, गुरुआ कलौना में 21 सौ 90 , टिकारी के केसपा में छह सौ नवसाक्षरों ने महापरीक्षा में भाग लिया. जिले में फतेहपुर अव्वल स्थान पर रहा. महापरीक्षा के दौरान केंद्र का निरीक्षण राज्य कार्यक्रम समन्वयक इंद्रजीत गोस्वामी, जन शिक्षण संस्थान के निदेशक डॉ नरेश झा, जन शिक्षा संस्थान के डीपीओ डॉ ऋतु रानी व साक्षरता डीपीओ सुनैना कुमारी ने निरीक्षण किया.
मानपुर प्रतिनिधि के अनुसार, मानपुर प्रखंड के 12 नोडल परीक्षा केंद्र पर रविवार को साक्षर भारत मिशन के तहत महापरीक्षा का आयोजन हुआ. इसमें कुल 2240 महिलाओं ने भाग लिया. परीक्षा के बाद नव साक्षर महिलाओं ने शराबबंदी अभियान को सफल बनाने का संकल्प लिया. शपथ पत्र के माध्यम से यह प्रण लिया कि एक अप्रैल से राज्य सरकार की इस मुहिम में मदद करेंगी. इस मौके पर प्रखंड कार्यक्रम समन्वयक संत कुमार, केआरपी सोनाली सोरेन, वरीय प्रेरक गुड़िया सिन्हा, प्रधानाध्यापक राम कृपाल यादव व अन्य लोग मौजूद थे.
अतरी. साक्षर भारत मिशन के तहत अतरी प्रखंड के आठ पंचायत लोक शिक्षण केंद्रों पर बुनियादी महापरीक्षा का आयोजन किया गया. प्रखंड कार्यक्रम समन्वयक अनिल कुमार ने बताया कि अतरी प्रखंड में 1664 नवसाक्षरों को परीक्षा में शामिल कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. कुल पंजीयन 1610 का कराया गया था. लेकिन, परीक्षा में 1477 परीक्षार्थी ही उपस्थित हो सके.
आमस प्रतिनिधि के अनुसार, अामस प्रखंड के सभी पंचायतों में रविवार को साक्षर भारत अभियान के तहत आयोजित महापरीक्षा में 1811 लोग शामिल हुए. केआरपी नसीर खान ने बताया कि जिला मुख्यालय द्वारा 1872 लोगों को परीक्षा में शामिल करने का लक्ष्य दिया गया था. लेकिन, 1811 लोग ही परीक्षा में शामिल हो सके.
शेरघाटी के अनुसार, प्रखंड क्षेत्र में रविवार को हुई साक्षर बुनियादी
परीक्षा सिर्फ खानापूर्ति बन कर रह गयी. प्रखंड के किसी भी केंद्र पर रविवार की दोपहर 12 बजे तक परीक्षा शुरू नहीं हो पायी थी. जानकारी के अनुसार,
प्रखंड की नौ पंचायतों से 1,872 नवसाक्षरों को परीक्षा दिलाने का लक्ष्य रखा गया था, पर परीक्षा के दिन लक्ष्य के अनुरूप किसी भी परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थी नहीं दिखे. ढाब-चिरैंया, कचौड़ी, चेरकीडीह आदि केन्द्रों पर बारह बजे तक प्रेरक व परीक्षार्थी नहीं पहुंच सके थे. इससे स्पष्ट होता है कि परीक्षा के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गयी. इधर, कार्यक्रम समन्वयक अजय कुमार ने बताया कि सभी केन्द्रों पर परीक्षा हुई है. उन्होंने बताया कि 1,833 नवसाक्षरों का रजिस्ट्रेशन हुआ था. जिसमें 1,773 नवसाक्षरों ने परीक्षा दी.
वजीरगंज प्रतिनिधि के अनुसार, नवसाक्षरों की महापरीक्षा का आयोजन रविवार को प्रखंड के सभी साक्षरता केन्द्रों पर किया गया. रविवार को आयोजित इस महापरीक्षा में 3,600 नवसाक्षरों ने भाग लिया. इस मिशन से जुड़ी कुसुम माथुरी ने बताया कि परीक्षा के लिए 3,952 पंजीयन कराया गया था. जिसमें से 352 अनुपस्थित रहे. इससे जुड़ी नीलम कुमारी ने परीक्षा स्थल का भ्रमण. इसमें बड़ही बिगहा के प्रेरक अरविन्द कुमार को अनुपस्थित पाया गया. उन्होंने बताया कि वह परीक्षा संबंधी प्रश्न पत्र भी लेकर बिना सूचना के गायब थे. महापरीक्षा में सभी विद्यालय के प्रधानाध्यापकों सहित संकुल समन्वयक, टोला सेवक, प्रेरक व शिक्षा स्वंयसेवियों ने सहयोग किया.