गया: कॉलेजों व कोचिंगों में पढ़ने वाली छात्राएं शहर की पुलिस व्यवस्था से नाराज हैं. उनके अनुसार, प्रशासनिक व्यवस्था छेड़छाड़ के मामले में बिल्कुल भी गंभीर नहीं दिखती है. भीड़भाड़ वाली जगहों पर सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने से लड़कियां हर रोज छेड़छाड़ की शिकार हो रही हैं. लड़कियों का कहना है कि महिलाओं से जुड़े मामले के तहत प्रशासन दहेज उत्पीड़न, घरेलू हिंसा, रेप आदि समस्याओं को गंभीरता से तो लेती है, लेकिन सड़कों पर हो रही छेड़छाड़ पर अंकुश लगाने में शहर की पुलिस पूरी तरह से विफल है. इन छात्राओं ने बताया कि कॉलेजों व कोचिंग से निकलने के बाद हर रोज उन्हें छेड़छाड़ का शिकार होना पड़ता है. स्थानीय लोग तो इन सब चीजों का विरोध नहीं करते और पुलिस भी वहां नहीं होती है. ऐसे में इन मनचलों का मनोबल और बढ़ जाता है.
हर रोज होती है छेड़छाड़
छात्राओं का कहना है कि कॉलेजों के गेट पर खड़े मनचलों से उन्हें काफी परेशानी होती है. गया कॉलेज में पढ़ने वाली एक छात्र ने बताया कि कुछ दिन पहले ही कॉलेज से बाहर निकलने के दौरान दो-तीन लड़के सामने आये. उनमें से एक ने जान कर उसे धक्का दिया. नाराजगी जाहिर करने पर उन लड़कों ने अश्लील टिप्पणी की. यह समस्या सिर्फ एक छात्र की नहीं है, बल्कि शहर की उन तमाम छात्राओं की है जो कॉलेजों व कोचिंगों में पढ़ती है.
छेड़छाड़ हो तो करें मैसेज
सिटी डीएसपी सोनू कुमार राय ने छात्राओं से अपील की है कि कहीं भी उनके साथ अभद्र व्यवहार होता हो तो सिटी डीएसपी के मोबाइल नंबर पर मैसेज करें. इसमें जगह का नाम और समय जरूरत लिखे. उन्होंने कहा कि इसके अलावा लड़कियां अपने नजदीकी थाने में भी मैसेज कर इसकी सूचना दे सकती हैं. उन्होंने कहा कि मैसेज भेजने वाली लड़की की पहचान गुप्त रखी जायेगी. सिटी डीएसपी का मोबाइल नंबर – 9431800110.