गया: बिहार में निजी विश्वविद्यालय खोले जाने के प्रस्ताव व विश्वविद्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को आंबेडकर पार्क में धरना दिया. परिषद के जिला संयोजक सह मगध विश्वविद्यालय के अध्यक्ष रानमंदन कुमार ने इस मौके पर कहा कि बिहार विश्व के प्राचीनतम विश्व विद्यालयों का केंद्र रहा है.
एशिया और बाहर से विद्यार्थी आ कर यहां शिक्षा करते थे, लेकिन आज बिहार में शिक्षा की स्थिति बदतर हो गयी है. मगध विश्वविद्यालय के प्रमुख सह सीनेट सदस्य रूपेश कुमार ने कहा कि बिहार के विश्वविद्यालयों की स्थिति बेहद खराब है. यहां हर स्तर पर भ्रष्टाचार व्याप्त है. उन्होंने कहा कि बिहार में निजी विश्वविद्यालयों को लाने की योजना पर काम चल रहा है.
कहीं ऐसा तो नहीं कि भारी पूंजी निवेश की लालच में आ कर सरकार यह निर्णय ले रही है. अगर ऐसा हुआ तो इसका खामियाजा पूरा राज्य भुगतेगा, क्योंकि निजी विश्वविद्यालयों में शिक्षा के नाम पर पैसों की लूट होगी और ऐसे में छात्रों के लिए भी एक बड़ी समस्या खड़ी हो जायेगी. धरना के बाद छात्र नेताओं ने 15 सूत्री ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को सौंपा.
इनकी मांगों में निजी विश्वविद्यालयों पर भी केंद्रीय व शासकीय विश्वविद्यालयों की तर्ज पर नियम लागू करने, निजी विश्वविद्यालय की मान्यता नैक से कराने, राज्य स्तर पर एक समिति गठित कर निजी विश्वविद्यालयों के शुल्क, संरचना, प्रवेश प्रक्रिया समेत अन्य बातों पर निगरानी कराये जाने की मांग मुख्य रूप से शामिल हैं. इस मौके पर रूपेश कुमार, रामनंदन कुमार, शशिकांत कुमार, अजीत सिंह, अनूप कुमार, अश्विनी कुमार, नितिन कुमार,अमन कुमार मिश्र समेत कई अन्य मौजूद थे.