शेरघाटी : महाराजगंज लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार को करारा जवाब देने वाले सांसद प्रभुनाथ सिंह ने शेरघाटी में रंगलाल उच्च विद्यालय के मैदान में आयोजित राजद की परिवर्तन रैली में कहा कि पटना से आने के दौरान रास्ते में दो पोस्टरों पर नजर पड़ी.
एक पोस्टर में लालू प्रसाद जेल की सलाखों के पीछे सिर पर हाथ धरे बैठे हैं, दूसरे में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी अपना आंचल फैला कर मांग कर रही है. उन्होंने कहा कि उन्हें चिंता इस बात की नहीं है कि लालू प्रसाद जेल में बंद हैं. उन्हें चिंता है कि गरीब–गुरबों की आवाज सड़क से लेकर संसद तक कौन उठायेगा? लेकिन, इसका भी समाधान है.
आप सभी चट्टानी एकता का परिचय दें. अपनी ताकत बढ़ायें. राजनीति में ताकत का अर्थ है जमात की राजनीति. एक–दूसरे को जोड़ते हुए आगे बढे.
उन्होंने कहा कि पांच साल तक जोखिम उठाने से क्या फायदा? एक दिन जोखिम उठायें, 10-10 वोट डालें..(रुक कर) और बाकी आप सब समझते ही हैं. संसद में राजद मजबूत होगा, तो स्वत: लालू प्रसाद के विरोधी धूल चाटेंगे. श्री सिंह ने भाकपा–माओवादी संगठन को लेकर नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि गरीबों की समस्याएं दूर नहीं की गयीं तो नक्सल समस्याएं बढ़ेंगी.
अब बिहार का कोई इलाका सुरक्षित नहीं है. पटना गांधी मैदान को बिहार का आंगन कहा जाता है. आतंकवादियों ने सरेआम बम–विस्फोट कर इस आंगन को भी छलनी कर दिया. नीतीश कुमार की विधि–व्यवस्था की पोल खुल चुकी है. शिक्षा व स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल है.
सूबे में अस्पतालों की स्थिति बदतर है. पढ़ाई की जो व्यवस्था है, उससे किसी को बकरी चराने तक का ज्ञान नहीं होगा. अगर स्कूली पढ़ाई की नींव ही कमजोर होगी तो बुनियादकैसे मजबूत होगा? सांसद ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री आपके सामने आयीं हैं.