गया: शुक्रवार को गया व औरंगाबाद में होनेवाले मतदान को लेकर झारखंड से लगीं बिहार की सीमाएं को सील कर दिया गया है. चुनाव में गड़बड़ी फैलाने के उद्देश्य से झारखंड से भाकपा-माओवादी संगठन के लड़ाकू दस्ते गया व औरंगाबाद जिले में प्रवेश नहीं कर सकें, इसके लिए झारखंड में तैनात सीआरपीएफ व कोबरा के जवानों ने चतरा व पलामू जिले में नाकेबंदी कर कांबिंग ऑपरेशन तेज कर दिया है. इधर, बार्डर इलाकों में हो रही गतिविधियों पर नजर रखने के लिए गुरुवार को सीआरपीएफ के वरीय अधिकारियों ने नयी दिल्ली से आये एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर से एरियल सर्वे किया.
सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट संजीव कुमार ने बताया कि हेलिकॉप्टर से झारखंड से लगी सीमा के साथ-साथ उन इलाकों का भी जायजा लिया गया, जहां पूर्व के वर्षों में माओवादियों ने हमला किया है. उन्होंने बताया कि बांकेबाजार-इमामगंज रोड पर स्थित दीघासीन पहाड़ व पकरी-गुरिया, लुटुआ, छकरबंधा व सेवरा इलाके का हेलिकॉप्टर से जायजा लिया गया.
रात भर चलता रहा कांबिंग ऑपरेशन
एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि बारूदी सुरंगों के जरिये माओवादी द्वारा पोलिंग पार्टियों व सुरक्षा बलों पर हमला करने की आशंका है. लेकिन, माओवादियों को बारूदी सुरंग लगाने का समय नहीं देना चाहते हैं. इस बाबत राउंड द क्लॉक में हर कलस्टर सेंटर से बूथों की ओर जानेवाले रास्तों पर रात भर मोटरसाइकिल से सीआरपीएफ व कोबरा समेत अन्य केंद्रीय पारा मिलिटरी फोर्स के जवान कांबिंग ऑपरेशन करते रहे.
‘नेत्र’ से भी रखी जा रही नजर
सीआरपीएफ डीआइजी राजकुमार ने बताया कि गुरुवार को इमामगंज व बाराचट्टी विधानसभा क्षेत्र के जंगली इलाकों में ड्रोन ‘नेत्र’ का भी प्रयोग कर माओवादियों गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटायी गयी.
कहां कितनी कंपनी फोर्स
शांतिपूर्ण मतदान संपन्न कराने के लिए इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में केंद्रीय पारा मिलिटरी फोर्स (सीपीएमएफ) की 32 कंपनी, गुरुआ विधानसभा क्षेत्र में 31, अतरी विधानसभा क्षेत्र में 30, शेरघाटी विधानसभा में 29, बाराचट्टी व टिकारी विधानसभा क्षेत्रों में 28-28, बेलागंज में 23, गया शहर विधानसभा क्षेत्र में 21, बोधगया विधानसभा क्षेत्र में 20 व वजीरगंज विधानसभा क्षेत्र में 19 कंपनी तैनाती की गयी है.