गया: पंचायत सचिव के बिना सूचना के अनुपस्थित रहने के कारण काम प्रभावित हुआ. पंचायत सचिव मदन दास तब टिकारी प्रखंड में कार्यरत थे. फिलहाल वह आमस प्रखंड में पदस्थापित हैं.
डीएम ने इस मामले में बचाव करने को लेकर टिकारी के बीडीओ से जवाब-तलब किया है. यह मामला वर्ष 2009 का है. अब देखिए चार साल बाद कार्रवाई भी हो रही है, तो दोषी पंचायत सचिव की जगह बीडीओ को दोषी ठहराया गया है. डीएम ने अपने पत्र में कहा है कि बीडीओ ने साक्ष्य उपलब्ध नहीं कराया है.
इस कारण उनसे जवाब-तलब किया जा रहा है. संचालन पदाधिकारी वरीय उप समाहर्ता सुधा रानी ने डीएम को अपनी जांच रिपोर्ट में बताया है कि बीडीओ ने आरोप मुक्त करने से संबंधित कोई साक्ष्य नहीं दिया है.