गया: बोधगया में सीरियल ब्लास्ट के बाद बोधगया मंदिर प्रबंधकारिणी समिति (बीटीएमसी) के अध्यक्ष सह सचिव बाला मुरुगन डी द्वार मंदिर के बाहर लाल पत्थर पर स्थित 58 दुकानों को स्थानांतरित करने और धारा 144 लगाने के विरोध में दुकानदारों ने रविवार को गांधी चौक पर धरना दिया. दुकानदारों के समर्थन में बाराचट्टी की जदयू विधायक ज्योति मांझी भी उतर गयीं और जिलाधिकारी के निर्णय को गलत ठहराते हुए आवाज बुलंद की. इससे दुकानदारों का हौसला बढ़ गया. उन्होंने जिला प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी की.
अधिकारियों को चेतावनी दी कि अगर यह निर्णय वापस नहीं लिया गया, तो 18 जुलाई से बोधगया बाजार को अनिश्चितकालीन बंद कर दिया जायेगा. वक्ताओं ने कहा कि दुकानों को शिफ्ट करने से महाबोधि मंदिर की सुरक्षा बढ़ जायेगी ऐसा नहीं लगता. बोधगया के लोग महाबोधि मंदिर के विकास व बेहतरी के लिए कई बार विस्थापन का दंश ङोल चुके हैं. लेकिन, सुरक्षा के नाम पर अब रोजी-रोजगार से वंचित नहीं होना चाहते. प्रशासन को साफ कह दिया गया है कि, सुरक्षा की खामियों को ठीक करें. उन्होंने कहा कि महाबोधि मंदिर की सुरक्षा सर्वोपरि है.
लेकिन, यह स्थानीय लोगों को विश्वास में लेकर ही संभव है. नोड वन को पहले ऐसा बनाया जाये की वहां दुकानदारी को लेकर कोई संदेह न रहे. दुकानों के स्थानांतरण के निर्णय से पहले स्थानीय लोगों के साथ संवाद व उनकी राय लेना जरूरी बताया. वक्ताओं ने दो प्रस्ताव रखते हुए अधिकारियों से यथाशीघ्र बोधगया के माहौल को शांत कराने व सभी दुकानों को खोलने का आदेश दे और सभी आदेशों को वापस लेने की मांग की. उन्होंने बम-ब्लास्ट की निष्पक्ष जांच कराने व महाबोधि महाविहार के अध्यक्ष सह जिलाधिकारी को हटाते हुए पूरी प्रबंधन कमेटी को भंग करने, सभी कर्मचारी, पुजारी व कमेटी के सदस्यों के बैंक खातों की जांच करने की मांग की. इस मौके पर महाबोधि शॉपिंग कॉम्प्लेक्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नंद किशोर प्रसाद मेडियम, सचिव हसीमुल हक, नागरिक विकास मंच के महासचिव सुरेश सिंह, होटल एसोसिएशन बोधगया के अध्यक्ष जय सिंह व महासचिव संजय सिंह, बोधगया व्यावसायिक संघ, स्टार क्लब के राकेश कुमार पप्पू सहित सुरेंद्र प्रसाद, श्रवण सिंह, दिलीप कुमार अग्रवाल, मोहम्मद शफीउल हसन सहित बड़ी संख्या में दुकानदार उपस्थित थे.