बोधगया: बकाया वेतन का भुगतान करने की मांग को लेकर गुरुवार को मगध विश्वविद्यालय के शिक्षकेतर कर्मचारियों ने काम बंद रखा. सभी कर्मचारी मुख्यालय के प्रशासकीय भवन के प्रवेश द्वार पर ताला बंद कर बाहर धरना पर बैठ गये. इस बीच, कर्मचारियों ने कुलपति के खिलाफ नारेबाजी भी की. कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अमितेश प्रकाश व महासचिव पीएन उपाध्याय के नेतृत्व में कर्मचारियों ने काम का बहिष्कार किया.
महासचिव ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा 554 कर्मचारियों का वेतन भुगतान करने के लिए रुपये भेजे गये थे, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा मात्र 534 कर्मचारियों का वेतन भुगतान किया गया. शेष बचे कर्मचारियों का वेतन 51 सी के तहत विश्वविद्यालय कोष से कुलपति द्वारा दिया जा सकता है, लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है. वेतन से वंचित कर्मचारियों की स्थिति दयनीय हो गयी है व इसका असर सभी कर्मचारियों पर पड़ रहा है.
कुलसचिव को सौंपा ज्ञापन
कर्मचारियों द्वारा कार्य बहिष्कार किये जाने की सूचना पर पहुंचे कुलसचिव डॉ डीके यादव को कर्मचारियों ने घेर कर नारेबाजी की. कर्मचारियों ने कुलसचिव के समक्ष कुलपति के खिलाफ नारेबाजी की. बाद में कुलसचिव को ज्ञापन सौंपा गया.
इसमें सुरक्षा गार्ड द्वारा किये गये र्दुव्यवहार के कारण सुरक्षा गार्डो को हटाने की मांग व वेतन से वंचित कर्मचारियों का वेतन भुगतान की मांग की गयी. कुलसचिव ने कर्मचारियों को बताया की वह शुक्रवार को उनके वेतन भुगतान की समस्या समाधान हेतु लोक लेखा समिति की बैठक में शामिल होने जा रहे हैं. इस दौरान दोपहर के बारह बज गये व सभी कर्मचारी अपने घर चले गये. कामकाज ठप रहा.
वज्र वाहन की हुई तैनाती
कर्मचारियों द्वारा विश्वविद्यालय मुख्यालय बंद कर कार्य बहिष्कार की सूचना पर मगध विश्वविद्यालय थाने की पुलिस व वज्र वाहन को तैनात कर दिया गया. नगर पंचायत के प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी दिनेश कुमार भी विश्वविद्यालय पहुंचे और कर्मचारियों को शांति व्यवस्था कायम रखने की सलाह दी.