बोधगया: पर्यटन सीजन से पहले बोधगया स्थित बौद्ध मठों की सुरक्षा की समीक्षा की जायेगी. पुलिस द्वारा हर दिन बौद्ध मठों की सुरक्षा को लेकर अपनायी जा रही गतिविधियों व कार्यरत कर्मचारियों पर नजर रखी जायेगी.
मठों में सीसीटीवी कैमरे लगाने, कार्यरत कर्मचारियों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने सहित सुरक्षा को लेकर बरती जा रही सावधानी की पुलिस द्वारा मॉनीटरिंग की जायेगी.
बुधवार को दाइजोक्यो (जापानी मोनास्टरी) में विभिन्न बौद्ध मठों के प्रतिनिधियों व पुलिस के बीच हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. बैठक में बौद्ध भिक्षुओं ने मांग किया कि बोधगया के मंदिर क्षेत्र से मांस व मदिरा की दुकानों को हटा दिया जाये व वैसे दुकानों को दोमुहान व राजापुर मोड़ के पास बने संबोधि द्वारों के बाहर लगाया जाये. बोधगया के इंस्पेक्टर नरेश कुमार ने बताया कि यह तय किया गया है कि सुरक्षा को लेकर बौद्ध मठों को दिये गये निर्देशों के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए हर दिन एक-एक बौद्ध मठों की जांच की जायेगी व उन्हें सुरक्षा के उपायों को लागू करने के उपायों से अवगत कराया जायेगा. बैठक में विभिन्न बौद्ध मठों के 70 से ज्यादा प्रतिनिधि शामिल हुए.
गौरतलब है कि पिछले साल सात जुलाई को बोधगया में हुए सीरियल ब्लास्ट के बाद पुलिस-प्रशासन व बौद्ध मठों के प्रतिनिधियों के साथ कई राउंड की बैठकें हुई. सुरक्षा को लेकर कई निर्देश जारी किये गये. लेकिन, उसका सही ढंग से पालन अब तक नहीं हो पाया है. कभी बौद्ध मठों की उदासीनता, तो कभी पुलिस की लापरवाही का दोषारोपण होता रहा.