गया : जनवरी से लेकर अक्तूबर तक अंचल कार्यालय में नौ हजार आवेदन दाखिल खारिज के प्राप्त हुए हैं. इसमें मात्र पांच हजार आवेदनों को निबटारा किया गया है.
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दाखिल खारिज कराने में छूट रहा पसीना
गया : जनवरी से लेकर अक्तूबर तक अंचल कार्यालय में नौ हजार आवेदन दाखिल खारिज के प्राप्त हुए हैं. इसमें मात्र पांच हजार आवेदनों को निबटारा किया गया है. बाकी चार हजार आवेदन लंबित पड़े हैं. कर्मचारियों का कहना है कि आवेदन सही तरीके से ऑनलाइन नहीं करने पर अस्वीकृत कर दिये जाते हैं. वहीं, […]
बाकी चार हजार आवेदन लंबित पड़े हैं. कर्मचारियों का कहना है कि आवेदन सही तरीके से ऑनलाइन नहीं करने पर अस्वीकृत कर दिये जाते हैं. वहीं, कर्मचारियों की कमी के कारण भी कई आवेदन लंबित पड़े हुए हैं. कर्मचारियों का कहना है कि नगर अंचल में कम से कम आठ कर्मचारियों की नियुक्ति होनी चाहिए. लेकिन, मात्र चार कर्मचारियों की ही नियुक्ति की गयी है. इस कारण भी आवेदन लंबित पड़े हुए हैं.
क्या कहते हैं सीओ
सीओ दिलीप कुमार ने बताया कि समय-समय पर दाखिल खारिज का निबटारा किया जा रहा है. कर्मचारियों की कमी वरीय अधिकारियों को बतायी गयी है. उन्होंने बताया कि पर्व में जहां-तहां ड्यूटी लगा दिये जाने के कारण दाखिल-खारिज सर्टिफिकेट पर हस्ताक्षर नहीं हो सका है. लेकिन, अब समय सीमा के अंदर लाभुकों को सर्टिफिकेट दिये जायेंगे.
एक नजर रिपोर्ट पर
महीना आवेदन प्राप्त
जनवरी 1000
फरवरी 500
मार्च 200
अप्रैल 600
मई 1000
जून 700
जुलाई 2000
अगस्त 1500
अक्तूबर 1500
क्या कहते हैं लाभुक
अजय कुमार, अक्षय कुमार, अमित कुमार, अजीत कुमार व राहुल कुमार का कहना है कि दाखिल खारिज का आवेदन जमा करने के बाद सर्टिफिकेट बनाने के लिए पसीने छूटे जाते हैं. कभी नेटवर्क की समस्या, तो कभी कर्मचारियों का सिग्नेचर नहीं होने की वजह बता कर टाल-मटोल कर देते हैं. कुछ कर्मचारियों का कहना है कि सीओ के लॉगिंग में सर्टिफिकेट चला गया है. सिग्नेचर नहीं होने के कारण सर्टिफिकेट नहीं बना है.
बोधगया : दाखिल खारिज के 3227 मामले स्वीकृत
बोधगया. दाखिल खारिज के लिए ऑनलाइन आवेदन व ऑफलाइन आवेदन के मार्फत जुलाई 2018 से अब तक कुल 6265 आवेदन प्राप्त हुए हैं. इनमें से 3227 आवेदनों को स्वीकृत कर दिया गया व संबंधित आवेदकों का दाखिल खारिज कर शुद्धि पत्र उपलब्ध करा दिया गया. विभिन्न कारणों व कागजात आदि की त्रुटि के कारण 661 आवेदनों को अस्वीकृत कर दिया गया.
बोधगया के सीओ शिव शंकर राय ने बताया कि 1750 आवेदन फिलहाल लंबित हैं और 600 आवेदन स्वीकृति की कगार पर हैं. दाखिल खारिज के एवज में राजस्व कर्मचारियों द्वारा पैसे वसूलने की शिकायत प्राप्त नहीं हुई है, पर काम में देर होने की शिकायत मिलने पर त्वरित रूप से समाधान किया जाता रहा है.
डुमरिया : 800 आवेदन पड़े हैं लंबित
डुमरिया अंचल कार्यालय में लगभग 800 आवेदन दाखिल खारिज को लंबित पड़े है. कर्मचारियों की कमी को कार्य लंबित हैं. दाखिल खारिज के लिए लगभग 1600 आवेदन पड़े हैं. इसमें 800 मामले का निबटारा किया गया है. लगभग 250 आवेदन दिये गये हैं, जबकि 550 आवेदन लंबित पड़े हैं.
अंचल अधिकारी धर्मदेव चौधरी ने बताया कि जो आवेदन लंबित हैं, उन्हें 10 से 12 दिनों में निबटा दिया जायेगा. 11 पंचायतों पर मात्र चार राजस्व कर्मचारी हैं. सीआइ का पद कई वर्षों से रिक्त पड़ा है. राजस्व कर्मचारी से ही सीआइ का काम लिया जाता है. नेटवर्क की भी परेशानी है. इस कारण ऑनलाइन होने में कठिनाई होती है. राजस्व कर्मचारी व स्टॉप की मांग के लिए जिला कार्यालय में पत्र लिखा गया है.
वजीरगंज : 10 माह में दो हजार मामले आये
अंचल कार्यालय में विगत 10 माह के दौरान करीब दो हजार दाखिल खारिज के मामले आये. इसमें 1600 मामलों को निबटारा किया गया है. अंचलाधिकारी विजेंद्र कुमार ने बताया कि हाल के एक दो-महीनों में प्राप्त दाखिल खारिज का कार्य किया जा रहा है.
कर्मचारियों की भारी कमी बनी हुई है. 19 पंचायतों के कामकाज का भार केवल चार कर्मचारियों के द्वारा लिया जा रहा है. जबकि दाखिल खारिज संबंधी कार्य के निबटारे को लेकर अंचल में बेल्ट्रान के कर्मचारी की बहाली अब तक नहीं हो पायी है.
बांकेबाजार : 1043 में अब तक 546 मामलों का निबटारा
दाखिल खारिज के 1043 आवेदनों में से अब तक मात्र
546 मामलों का निबटारा किया गया है. वहीं, 499 आवेदन अभी भी लंबित हैं. अंचलाधिकारी संजय कुमार प्रसाद ने बताया कि लगभग 50 प्रतिशत मामलों का निबटारा कर लिया गया है.
आगामी 15 दिनों में 20 से 25 प्रतिशत और मामलों का निबटारा कर लिया जायेगा. उन्होंने बताया कि ग्रामीणों द्वारा दिये गये आवेदन में बहुत से मामले प्रक्रिया में हैं, तो बहुत आवेदनों में जमाबंदी नहीं है. कई आवेदन जमाबंदी पंजी पर खाता खेसरा अंकित नहीं है.
नीमचक बथानी : 1443 में 241 आवेदन स्वीकृत
नीमचक बथानी. प्रखंड में जनवरी से अक्तूबर तक दाखिल खारिज का कुल आवेदन 1443 आये़ इनमें 241 आवेदन स्वीकृत किये गये तथा 77 आवेदन अस्वीकृत किये गये तथा 1125 मामले लंबित हैं. अंचलाधिकारी पिंटू कुमार ने बताया कि मामला लंबित रहने का मुख्य कारण जमाबंदी पंजी में कुछ प्लॉट का इंट्री नहीं रहना है.
आवेदन के साथ विक्रेता का लगान रसीद नहीं देने, सरवर प्रॉब्लम रहने, बथानी प्रखंड में नेट नहीं चलने साथ ही साथ ऑपरेटर की कमी रहने के कारण साथ ही साथ अधिकांश मामला कर्मचारी के लौगिंन पर पेंडिंग है.
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