18.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बिहार व बंगाल एटीएस की टीमों ने रजा की तलाश में तेज की छापेमारी

पश्चिम बंगाल एटीएस टीम ने तीन आतंकियों को किया गिरफ्तार टाइमर घड़ी, जिलेटिन तार विस्फोटक, टाइमर बम बनाने के इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण के अलावा अन्य सामान थे शामिल रजा के खिलाफ मुफस्सिल कांड संख्या 405/19 में धारा 467, 468 470, 471, 474, 420, 120बी यूएपी एक्ट 1967 लगायी गयी मानपुर : बंगलादेशी आतंकी संगठन जमात -उल […]

  • पश्चिम बंगाल एटीएस टीम ने तीन आतंकियों को किया गिरफ्तार
  • टाइमर घड़ी, जिलेटिन तार विस्फोटक, टाइमर बम बनाने के इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण के अलावा अन्य सामान थे शामिल
  • रजा के खिलाफ मुफस्सिल कांड संख्या 405/19 में धारा 467, 468 470, 471, 474, 420, 120बी यूएपी एक्ट 1967 लगायी गयी
मानपुर : बंगलादेशी आतंकी संगठन जमात -उल -मुजाहिदीन (जेएमबी) प्रमुख एजाज की पठानटोली मुहल्ले से गिरफ्तारी के बाद उसकी निशानदेही पर उसके साथी रजा के कमरे में छापेमारी की गयी. रजा के कमरे से 20 तरह के संदिग्ध विस्फोटक सामान पुलिस ने बरामद किये. आतंकी एजाज के साथी रजा उर्फ शफीक इस्लाम उर्फ अारिफ उर्फ असउल्लाह उर्फ अससुल्ला राजा के खिलाफ मुफस्सिल थाना में कांड संख्या 405/19दर्ज किया गया. आतंकी रजा के खिलाफ आतंक विरोधी कानून यूएपी एक्ट 1967, 467, 468, 470,471, 474, 420, 120 बी, 34 भादवि के तहत कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
धाराओं के अनुसार रजा देश में आतंकी गतिविधि उत्पन्न करने के लिए छिपा रहा. वह जालसाजी, धोखाधड़ी के अलावा बिहार के लोगों के साथ षडयंत्र रच कर बड़ी घटना को अंजाम देने में लगा था.
इधर, पश्चिम बंगाल एटीएस टीम ने तीन आतंकियों को पकड़ने में सफलता हािसल की है. इनके तार मोहम्मद एजाज से जुड़े होने की सूचना मिल रही है. हालांिक, इस बारे में देर रात तक अिधकािरक पुिष्ट नहीं की जा सकी है. अिधकारी फिलहाल कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं.
केस के अनुसंधानकर्ता बने वजीरगंज डीएसपी
वजीरगंज डीएसपी घूरन मंडल आतंकी रजा के मुकदमा की जांच कर रहे हैं. डीएसपी कमरे से बरामद 20 तरह के संदिग्ध सामान की भी जांच करने में लगे हैं. जांच में वह तकनीकी एक्सपर्ट की भी सहायता ले रहे हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार कमरे से बरामद टाइमर घड़ी, जिलेटिन तार, विस्फोटक, टाइमर बम बनाने के इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण के अलावा अन्य संदिग्ध सामान की जांच प्रारंभ कर दी गयी है. इधर, फरार आतंकी रजा के खिलाफ भी बंगाल व बिहार के एटीएस की टीम छापेमारी करने में जुट गयी है. रजा मूल रूप से पश्चिम बंगाल कलचुरिया विधान सभा क्षेत्र के उत्तर पाड़ा का रहने वाला है. उसके पिता का नाम अमीन मियां है.
मानपुर इलाके से फेरीवालों का जत्था हुआ गायब
गया : बुनियादगंज थाने के पठानटोली से बंगलादेशी आतंकी संगठन जमात उल मोजाहिद्दीन के भारत प्रमुख मोहम्मद एजाज अहमद की गिरफ्तारी व उसके साथी मो रजा के कमरे से विस्फोटक बरामद होने के बाद मानपुर के साथ-साथ शहर में कई तरह की चर्चाएं होने लगी हैं.
मानपुर इलाके में कपड़ा व अन्य सामान की फेरी कर बिक्री करनेवाले लोग यहां नहीं दिख रहे हैं. लोगों का कहना है कि अबगिला व मानुपर ब्लॉक आदि जगहों पर चाय-पान की गुमटी आदि पर सुबह होते ही फेरीवालों की भीड़ लगी रहती थी. कोई चाय मांगता, तो कोई बीड़ी. लेकिन, पांच दिनों से इन जगहों पर उनकी मौजूदगी नहीं दिख रही है.
25 अगस्त की रात आतंकी एजाज पठानटोली से पकड़ा गया. इसके बाद उसके साथी मो रजा के अबगिला बरतर मुहल्ले स्थित कमरे से बिहार व बंगाल एटीएस ने छापेमारी कर टाइमर व विस्फोटक के साथ बम बनाने के सामान बरामद किये. स्थानीय लोगों ने बताया कि 60 से अधिक परिवार किराये का कमरा लेकर रहते थे. सुबह होते ही हर गली से फेरीदारों का जत्था निकला था.
पहले भी हो चुकी है गिरफ्तारी : जेएमबी के भारत प्रमुख आतंकी एजाज की गिरफ्तारी व उसके साथी के कमरे से विस्फोटक मिलने से पहले भी यहां के तार आतंकी संगठनों से जुड़े होने के उजागर हुए हैं. पहले भी आतंकी संगठन से जुड़ाव के कारण कई आतंकियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
13 सितंबर 2017 को राजेंद्र आश्रम में साइबर कैफे चलानेवाले अनुराग बसु ने वर्ष 2008 के अहमदाबाद सीरियल बम ब्लास्ट के मुख्य आरोपी तथा प्रतिबंधित संगठन सिमी (SIMI) के कुख्यात इनामी आतंकवादी पठान तौसीफ खान उर्फ तौफीक को उसके एक अन्य साथी को पकड़ कर पुलिस को सौंपा था.
आतंकी तौसीफ पर 26 जुलाई 2008 के अहमदाबाद (गुजरात) के 16 जगहों में 21 सीरियल बम ब्लास्ट की साजिश यासीन भटकल और असादुल्लाह उल्लाह उर्फ हड्डी तहसीन अख्तर वअबू बसर के साथ मिल कर रचने का आरोप था. इसमें 56 बेगुनाह लोगों की जानें गई थी और 200 लोग घायल हुए थे.
मोहम्मद तौसीफ भी नाम बदल कर करमौनी के एक स्कूल में मास्टर का काम करता था. इसके बाद 10 फरवरी 2018 को जम्मू के जेहादी संगठन के लिए साइबर सेल बनाने का काम करनेवाला नाला रोड के मोहम्मद अनवर उर्फ मुन्ना को सिविल लाइंस थाने के आइएमए हॉल के सामने उसके बैटरी दुकान से गिरफ्तार किया गया था. इसके साथ भी इसके सहयोगी को हथियार के साथ गिरफ्तारी हुई थी.
तीन-चार घंटे फेरी के बाद आ जाते थे वापस
फेरीवाले सुबह निकलते थे. तीन-चार घंटों के बाद वापस लौट आते थे. स्थानीय लोग अब संदेह व्यक्त करने लगे हैं कि इतने कम समय में बिक्री के बाद परिवार को अच्छे ढंग से मेंटेन कैसे करते हैंकरने का सवाल ही नहीं उठता था.
उसके ऊपर से किराये भी अधिक देना. लोगों ने बताया कि कमरे का किराया देने में ये लोग कभी भी आनाकानी नहीं करते थे. अब कई लोगों का पूरा मकान ही खाली हो गया है. मकान किराया पर देने से पैसा के चक्कर में मकान मालिक भी उनके पता का सत्यापन नहीं कराते थे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें