गया: जिले के चंदौती थाने के कोसमा-डाक स्थान के पास 30 मई को दिनदहाड़े हुई राजकुमार पासवान की हत्या व दो बरातियों को गोली मार कर घायल करने के मामले का खुलासा पुलिस ने कर लिया है.
उसकी हत्या सुपारी देकर तीन शूटरों से करायी गयी थी. पुलिस ने गुरुवार की सुबह दो शूटरों व उनके एक सहयोगी को गिरफ्तार किया. तीनों से हत्या में इस्तेमाल किया गया एक पिस्टल भी बरामद किया है.
एसएसपी निशांत कुमार तिवारी ने बताया कि मगध विश्वविद्यालय थाने के अतिया गांव के रहनेवाले मोहन यादव का बेटा राजदेव यादव, बोधगया थाने के बापूनगर के रहनेवाले वासुदेव यादव का बेटा राजेश यादव व कपिल मिस्त्री का बेटा विद्या कुमार गिरफ्तार हुआ है. इनमें राजदेव यादव व राजेश यादव शूटर हैं और विद्या कुमार इनका सहयोगी है. गिरफ्तारी के भय से राजदेव व राजेश फरार था. लेकिन, एएसपी अशोक कुमार सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने लगातार 48 घंटे तक छापेमारी कर राजदेव व राजेश को मगध मेडिकल थाने के नीमा-कठौतिया गांव से गिरफ्तार किया. इनकी निशानदेही पर बोधगया थाने के बापूनगर गांव के विद्या कुमार के घर में छापेमारी की गयी. उसके घर से हत्या में इस्तेमाल किया गया पिस्टल व चार कारतूस भी बरामद किया गया.
सुपारी देने वाला रमेश यादव फरार
एसएसपी ने बताया कि चंदौती थाने के देगुना गांव के रहनेवाले रमेश यादव ने राजकुमार पासवान की हत्या की सुपारी राजदेव यादव, राजेश यादव सहित तीन शूटरों को दी थी. राजदेव का आपराधिक इतिहास काफी पुराना है. वर्ष 2008 से 2012 तक बोधगया व मगध विश्वविद्यालय थाना क्षेत्रों में डकैती व अन्य संगीन अपराधों से संलिप्त राजदेव के विरुद्ध छह मामले दर्ज हैं. एसएसपी ने बताया कि मगध विश्वविद्यालय थाना कांड संख्या 19/08, 34/10 व 17/2000, बोधगया थाना कांड संख्या 34/06, 248/11 व 39/12 दर्ज हैं. सभी मामलों में राजदेव के विरुद्ध न्यायालय में आरोप-पत्र दाखिल कर दिया गया है. इसके विरुद्ध स्पीडी ट्रायल चलाने के लिए न्यायालय से अपील की जायेगी.