गया: राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के दक्षिण बिहार के कार्यकारी संयोजक कौशलेंद्र नारायण ने कहा है कि लोकतंत्र का वजूद खतरे में है. प्राय: सभी राजनीतिक दल गिरोह तंत्र में तब्दील हो चुके हैं. इनकी निष्ठा देश के बजाय कुरसी से जुड़ी है.
अमीरपरस्त हो चुके राजनीतिक दलों से जनता का मोहभंग हो चुका है. संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पक्ष व विपक्ष एक होकर जनता के विरुद्ध काम कर रहा है. ऐसे में व्यवस्था परिवर्तन अनिवार्य है.
इसके लिए चार जून को गया के धर्मसभा भवन में बिहार-झारखंड कार्यकर्ता संगम आयोजित किया गया है. इसी दिन बिहार से क्रांति की शुरुआत करने के लिए केएन गोविंदाचार्य के मार्गदर्शन में कार्य योजना बनेगी. साथ ही शाम में कवि सम्मेलन होगा.
दूसरे दिन संपूर्ण क्रांति दिवस के मौके पर आजाद पार्क से व्यवस्था परिवर्तन के लिए शंखनाद किया जायेगा. इस मौके पर श्री गोविंदाचार्य, पूर्व केंद्रीय मंत्री आरिफ मोहम्मद खान, पत्रकार राम बहादुर राय, डॉ सुरेंद्र विष्ट, डॉ अरुण कुमार, संजय वर्णवाल, संतोष पाठक, भरत प्रसाद वर्णवाल, मनोज कुमार, सीमा सिन्हा, बिगन राउत, कृष्णा प्रसाद आदि उपस्थित रहेंगे.