गया: भाजपा को देश में जिस तरह पूर्ण बहुमत मिला है, वह अप्रत्याशित है. यह नरेंद्र मोदी के नाम पर सुनामी जैसा वोट मिला. गया लोकसभा क्षेत्र की जनता ने मुङो दोबारा संसद में जाने का मौका दिया है. पिछले बार की तुलना में 53051 मतों के अंतर से विजयी होने पर भाजपा के विजयी […]
गया: भाजपा को देश में जिस तरह पूर्ण बहुमत मिला है, वह अप्रत्याशित है. यह नरेंद्र मोदी के नाम पर सुनामी जैसा वोट मिला. गया लोकसभा क्षेत्र की जनता ने मुङो दोबारा संसद में जाने का मौका दिया है. पिछले बार की तुलना में 53051 मतों के अंतर से विजयी होने पर भाजपा के विजयी प्रत्याशी सांसद हरि मांझी ने कहा कि यह वोट उन्हें नहीं, बल्कि नरेंद्र मोदी को मिला है.
जीतने के बाद दिये इंटरव्यू में सांसद ने कहा कि इतने मतों के अंतर से वह जीतेंगे, खुद विश्वास नहीं था. चुनाव के दौरान प्रचार करने विभिन्न क्षेत्रों में जाता, तो जनता कहती थी कि वे लोग हरि मांझी को नहीं, नरेंद्र मोदी को वोट दे रहे हैं. विकास के सवाल पर उन्होंने कहा पिछली बार की तरह भूल नहीं करूंगा. विकास नहीं करने पर क्षेत्र में जनता का गुस्सा भी ङोलना पड़ा. शुक्र है कि नरेंद्र मोदी जी की लहर ने मुङो फिर से मौका दे दिया वरना अभी स्थिति कुछ और रहती. मैं मानता हूं इस बार जाति, धर्म व क्षेत्रवाद से अलग हट कर जनता ने विकास के लिए नरेंद्र मोदी को वोट दिया. मैं सबसे पहले शनिवार को दिल्ली जाऊंगा. मंत्री बनाये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा पार्टी का जो फैसला होगा, उसे स्वीकार करूंगा. जनता की मांग जरूर पूरा करूंगा. प्राथमिकता होगी गया में फ्लाइ ओवर, फल्गु नदी पर बियर बांध व सिंचाई की अन्य योजनाओं को पूरा कराना. रोजी-रोजगार के अवसर युवाओं को मिले, इसके लिए क्षेत्र में कल-कारखाने खुलवाने का प्रयास करूंगा. बिहार सरकार ने भाजपा के साथ धोखा दिया, तो जनता ने उसे सबक सीखा दिया. अब मुख्यमंत्री जी को समझ में आ जानी चाहिए कि जनता किसे चाहती है.
लहर में सभी फैक्टर बेअसर : रामजी मांझी
उधर, निकटतम प्रतिद्वंद्वी रहे राजद के रामजी मांझी ने कहा कि वह भले ही नहीं जीत सके, पर उन्हें मिले मतों से यह साबित जरूर हो गया है कि राजद का आधार वोट है. देश भर में नरेंद्र मोदी की लहर है. इसमें दिग्गजों को हार की मुंह देखना पड़ा. देश की जनता बदलाव चाह रही थी. यह उसी का प्रतिफल है. हालांकि, गया लोस क्षेत्र की जनता उनसे प्यार करती है. वह स्वच्छ छवि वाले नेता को संसद व विस में देखना चाहती है. अगर ऐसा नहीं होता, तो इस सुनामी लहर में भी दो लाख 10 हजार 726 मत कैसे मिलते. वह गया लोकसभा क्षेत्र की जनता का सम्मान करते हैं. देश में चुनाव के दौरान जब-जब आंधी चली है उस समय सारे फैक्टर धरे रह जाते हैं. यह तय है कि गया लोस क्षेत्र की जनता ने हरि मांझी को नहीं, बल्कि नरेंद्र मोदी को वोट मिला है, लेकिन जो वोट उन्हें मिला, वह रामजी मांझी व लालू प्रसाद यादव दोनों को मिला.
जदयू की नहीं हुई हार: अभय
जदयू के जिलाध्यक्ष अभय कुशवाहा ने कहा कि जनता को बरगला कर भाजपा ने वोट बटोर लिया. जदयू की हार नहीं हुई है. यह तो केंद्र की यूपीए सरकार के प्रति जनता की नाराजगी का प्रतिफल दिखाई दे रहा है. जदयू के प्रणोता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में विकास की जो धारा बहायी है. वह उससे पीछे हटने वाले नहीं है. विकास तो स्पष्ट दिखाई देती है. लोकसभा चुनाव में क्षेत्रीय दलों के प्रति कम ध्यान रहता है. विधानसभा चुनाव में जनता दिखा देगी कि वह किसके साथ है. जदयू के वोट बैंक का लॉस नहीं हुआ है. वह स्थिर है. लोकसभा चुनाव में जनता देश में सत्तासीन होने वाली पार्टी की ओर देखती है, यह उसी का परिणाम है.