वार्ड 39 में बोरिंग कर 50 एचपी के मोटर से देनी है वाटर सप्लाइ
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साफ पानी मांगनेवालों को पानी पिला रहा नगर निगम
वार्ड 39 में बोरिंग कर 50 एचपी के मोटर से देनी है वाटर सप्लाइ ब्राह्मणीघाट, मौलागंज व बहुआरचौरा में खरीद कर पानी पी रहे लोग अधिकारियों ने आदेश भी किया था जारी, पर नहीं हो सकी पहल गया : पिछले एक साल से वार्ड नंबर 39 के कुछ इलाकों के लोग निगम से साफ पानी […]
ब्राह्मणीघाट, मौलागंज व बहुआरचौरा में खरीद कर पानी पी रहे लोग
अधिकारियों ने आदेश भी किया था जारी, पर नहीं हो सकी पहल
गया : पिछले एक साल से वार्ड नंबर 39 के कुछ इलाकों के लोग निगम से साफ पानी की मांग कर रहे, पर अब तक इस मामले में कोई पहल नहीं हो सकी है. नगर निगम में स्टैंडिंग व बोर्ड से भी इस बाबत योजना पारित हो गयी. यहां तक की अधिकारियों ने आदेश भी जारी कर दिया, पर मामला एस्टिमेट के पास आकर थम गया. जानकारी के अनुसार, वार्ड नंबर 39 के रिवर साइड के ब्राह्मणी घाट मुहल्ले के वाटर लेयर के प्रदूषित होने की शिकायत मिल रही थी.
एक वर्ष पहले नगर आयुक्त ने इस वार्ड का दौरा किया था और ब्राह्मणी घाट के पास बोरिंग व 50 एचपी का मोटर लगा कर वाटर सप्लाइ की बात कही. उन्होंने वार्ड के कनीय अभियंता को पाइपलाइन विस्तार के साथ एस्टिमेट बनाने का भी आदेश दिया था. कुछ दिन तो इस मसले पर ध्यान ही नहीं दिया गया. निकाय चुनाव के बाद इस मामले को एक बार फिर स्थानीय वार्ड पार्षद ने उठाया. इसके बाद बोर्ड व स्टैंडिंग कमेटी से योजना भी पारित कर दी गयी. कई बार संबंधित कनीय अभियंता को नगर आयुक्त ने बैठक में एस्टिमेट बनाने के लिए कहा. इस बात के भी चार माह गुजर गये, पर अब तक काम एक इंच भी आगे नहीं बढ़ सका.
लोगों ने बताया कि घर में बोरिंग के पानी से दुर्गंध आती है.
पीने के लिए बोतल वाला पानी खरीदते हैं. कई बार पाइपलाइन से वाटर सप्लाइ के लिए नगर आयुक्त व वार्ड पार्षद को कहा गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. ब्राह्मणी घाट, मौलागंज व बहुआरचौरा के लोग इस समस्या से ज्यादा परेशान हैं. यहां के करीब 400 घरों में हर रोज 20-20 लीटर के दो बोतल पानी पीने के लिए खरीदे जाते हैं.
शिकायत करने पर टाल देते हैं अधिकारी
एक साल पहले ब्राह्मणी घाट में बोरिंग कर 50 एचपी का मोटर लगा कर वाटर सप्लाइ देने की योजना बनी थी. इसके बाद कई बार अधिकारियों ने एस्टिमेट बनाने का आदेश कनीय अभियंता को दिया. लेकिन, अब तक एस्टिमेट नहीं बन सका है. पिछले दिनों इस योजना को स्टैंडिंग व बोर्ड से पारित भी कर दिया गया. समस्या को देखते हुए मेयर व नगर आयुक्त ने चार माह पहले दोबारा एस्टिमेट बनाने का आदेश दिया, लेकिन अब तक यहां मापी भी नहीं की जा सकी है. शिकायत करने पर अधिकारी हर बार काम जल्द होने की बात कह कर टाल देते हैं.
संजय कुमार सिन्हा, पार्षद वार्ड नंबर 39
वार्ड नंबर 40 के लखनपुरा, वार्ड 38 के नादरागंज (मल्लाह टोली), वार्ड 22 का रमना व सीढ़िया घाट आदि रिवर साइड के चिह्नित इलाके हैं, जहां वाटर लेयर काफी प्रदूषित हो चुका है. इसका मुख्य कारण शहर के नालों का पानी फल्गु में गिराया जाना है. कई वर्षों से गंदा पानी गिरने के कारण वाटर लेयर प्रदूषित हो चुका है.
कई जगहों पर पानी से इतनी दुर्गंध आती है कि उसका उपयोग तक नहीं कर सकते. इन्हीं कारणों से रमना, दलित टोला रमना, महादेवघाट, कन्या पाठशाला रोड, हरिदास चटर्जी रोड, पीरमंसूर, श्याम भरथुआर गली, बजाजा रोड व लाॅ रोड में पाइप लाइन विस्तार की योजना पारित की गयी थी. लेकिन, रमना मेन रोड तक ही पाइपलाइन विस्तार करने के बाद काम बंद कर दिया गया है. इसका परिवाद प्रमंडलीय आयुक्त के यहां है.
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