17.5 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

सुदूरवर्ती बूथों पर कम दिखे मतदाता

गया : नक्सली कार्रवाई का खौफ था या मतदान के प्रति दिलचस्पी नहीं. कारण चाहे जो भी हो, लेकिन जिले के सुदूरवर्ती गांवों के बूथों पर भीड़ नहीं दिखी. इसके उलट शहर व आसपास के क्षेत्रों में मतदाता (खासकर महिला व युवा) काफी उत्साहित होकर वोट डालने पहुंचे थे. टिकारी के नगर पंचायत कार्यालय में […]

गया : नक्सली कार्रवाई का खौफ था या मतदान के प्रति दिलचस्पी नहीं. कारण चाहे जो भी हो, लेकिन जिले के सुदूरवर्ती गांवों के बूथों पर भीड़ नहीं दिखी. इसके उलट शहर व आसपास के क्षेत्रों में मतदाता (खासकर महिला व युवा) काफी उत्साहित होकर वोट डालने पहुंचे थे. टिकारी के नगर पंचायत कार्यालय में महिला-पुरुष मतदाताओं की अलग-अलग लाइन सुबह सात बजे से ही लग गयी थी. बारी-बारी से महिला-पुरुष मतदाता वोट डालने के लिए अंदर भेजे जा रहे थे.

टिकारी अनुमंडल मुख्यालय से सटे जयनंदन बिगहा बूथ पर सुबह 7:10 बजे से ही भीड़ लग गयी थी. लोगों का कहना था कि फिर धूप हो जायेगी तो कठिनाई होगी. इसलिए सुबह में ही वोट डाल कर निश्चिंत होना चाहते हैं. हिच्छापुर स्कूल के बूथ पर सुरक्षा के इंतजाम चुस्त थे पर सुबह साढ़े सात बजे तक मतदाताओं की संख्या कम थी. अहियापुर-गुरारू रोड में नक्सलग्रस्त अमरा गांव के बूथ पर इक्के-दुक्के मतदाता दिखायी दिये. हालांकि, जैसे-जैसे लोग आ रहे थे, उन्हें वोट डालने दिया जा रहा था. नक्सलियों के गढ़ करमा गांव के मध्य विद्यालय के बूथ पर सुबह साढ़े आठ बजे गांव के लोग मतदान कर रहे थे.

कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान कराया जा रहा था. पलांकी सखी गांव के बूथ पर भी फोर्स की मौजूदगी में लोग धीरे-धीरे वोट देने आ रहे थे. रौना गांव में भी लोग वोट करने के प्रति उत्साहित दिखे. हालांकि, कई मतदाताओं को कारण बता कर वोट डालने नहीं दिया गया, जिसके चलते उनमें रोष था. नौ बजे गुरारू थाने पर हमारी टीम पहुंची, तो थानाध्यक्ष अमरदीप कुमार, बीडीओ व सीओ सभी सेक्टर पदाधिकारियों से बात कर मतदान की स्थिति जानने में व्यस्त दिखे. थानाध्यक्ष ने बताया कि मंझार-बाली में एक बम मिला है. बलिया गांव में लोगों द्वारा सड़क का निर्माण नहीं होने के कारण वोट बहिष्कार कर दिया है. जब हमलोग गुरारू बाजार पहुंचे, तो कई तरह की राजनीतिक चर्चाएं सुनने को मिलीं. साढ़े नौ बजे सर्वोदय हाइस्कूल पहुंचे, तो वहां का नजारा देख अचंभित रह गये. तीन बूथ थे और तीनों पर बेतरतीब भीड़. लोगों की शिकायत थी कि इतनी भीड़ है और मतदानकर्मी धीमी मतदान करा रहे हैं.

ऐसे में समय सीमा के अंदर मतदान कराना संभव नहीं है. भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल होगा. गुरारू बाजार के मतदाताओं के लिए दो बूथ बहलबपुर में भी हैं, जहां भी ऐसी ही भीड़ थी. वहां से हमारा काफिला बलिया व पननिया होते गुरुआ बाजार पहुंचा. बाजार खुला था. वहां से भूरहा, दुब्बा, भरौंधा, खैरी टैरा, महापुर व हमजापुर मोड़ होते हुए दोपहर 12.10 बजे बांकेबाजार के जलालपुर बूथ पर पहुंचे.

उस समय तक इस बूथ पर 32 फीसदी मत डाले जा चुके थे. पौने एक बजे गुरिया पहुंचे, तो 50 प्रतिशत मतदान हो चुका था. बांकेबाजार के बाद सभी बूथों पर अर्धसैनिक बल तैनात पाये गये. जैसे-जैसे हमलोग बांकेबाजार पहुंच रहे थे. मोटरसाइकिल पर अत्याधुनिक हथियारों से लैस पारा मिलिटरी फोर्स के जवान गश्त लगा रहे थे. शंकरपुर में भी मतदाता सक्रिय दिखे. वहां से इमामगंज बाजार पहुंचे. दोपहर होने और बांकेबाजार, कोठी व इमामगंज में लगातार केन बमों की बरामदगी के कारण शायद खौफजदा लोग कम संख्या मे बूथों पर पहुंचे थे. वहां से हमारी टीम शेरघाटी व चेरकी होते गया शहर पहुंचे. इस यात्र में मेरे साथ रोशन कुमार, फोटोग्राफर सनत मिश्र भी थे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें