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मेडिकल की सेवाएं और होंगी दुरुस्त, मिलेंगे नये संसाधन

निरीक्षण. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने लिया जायजा, कहा गया : मगध मेडिकल काॅलेज अस्पताल को अभी और बेहतर बनाना है, इसे बेस्ट हाॅस्पिटल के रूप में तैयार करने की प्लानिंग है. प्रमंडलीय आयुक्त जितेंद्र श्रीवास्तव को अस्पताल के लिए जरूरी सभी संसाधनों की एक रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया […]

निरीक्षण. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने लिया जायजा, कहा

गया : मगध मेडिकल काॅलेज अस्पताल को अभी और बेहतर बनाना है, इसे बेस्ट हाॅस्पिटल के रूप में तैयार करने की प्लानिंग है. प्रमंडलीय आयुक्त जितेंद्र श्रीवास्तव को अस्पताल के लिए जरूरी सभी संसाधनों की एक रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया है. समय के साथ-साथ सभी संसाधन अस्पताल को उपलब्ध करा दिये जायेंगे. ये बातें स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने शनिवार को पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान कहीं. वह मगध मेडिकल काॅलेज व अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे थे.
उन्होंने कहा कि फिलहाल अस्पताल में व्यवस्था ठीक दिख रही है, इसे बनाये रखना होगा. इमरजेंसी वार्ड में बेड बढ़ाने का प्रस्ताव है. यह काम भी जल्द कर लिया जायेगा. जापानी इनसेफ्लाइटिस (जेइ) से पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए तमाम सुविधाएं मुहैया करा दी गयी हैं. अस्पताल प्रबंधन को निर्देश गया है कि किसी भी प्रकार की जरूरत पर विभाग से संपर्क करें. प्रधान सचिव ने अस्पताल में इमरजेंसी व शिशु वार्ड की व्यवस्था देखी.
ड्रेनेज सिस्टम को ठीक करने का निर्देश : अस्पताल में यों तो मरीजों के इलाज से जुड़ी व्यवस्था पर प्रधान सचिव संतुष्ट दिखे. लेकिन, ड्रेनेज सिस्टम नहीं होने पर उन्होंने भी असंतोष जाहिर किया. अस्पताल में पानी की निकासी होने का इंतजाम नहीं होने की वजह से कैंपस में पानी जमा हो जाता है. इसके अलावा शौचालयों में से भी पानी नहीं निकल पाता है.
इसकी वजह से मरीज परेशान होते हैं. अस्पताल अधीक्षक डाॅ सिन्हा ने बताया कि ड्रेनेज सिस्टम नहीं होने तक उन्होंने कैंपस में सोक पिट व्यवस्था को अपनाया है. उन्होंने बताया कि कैंपस में पांच सोक पिट तैयार कराये गये हैं, कैंपस में जमा पानी इसी में चला जा रहा है. हालांकि ड्रेनेज व सीवरेज व्यवस्था को ठीक करने के लिए भवन निर्माण विभाग को निर्देश दिया जा चुका है.
इमरजेंसी वार्ड में बेड बढ़ाने का प्रस्ताव, इस दिशा में शीघ्र ही काम होगा शुरू
जापानी इनसेफ्लाइटिस से पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए तमाम सुविधाओं पर बल
जेइ मरीजों के परिजन को दें मुफ्त भोजन : प्रधान सचिव ने एइएस व जेइ की वजह से बीमार बच्चों की बेहतर देखभाल के साथ-साथ उनके अटेंडेंट को मुफ्त खाना मुहैया कराने को कहा है. अधीक्षक डाॅ सुधीर कुमार सिन्हा ने बताया कि प्रधान सचिव के निर्देश पर रविवार से ही पालन शुरू कर दिया जायेगा.
अभी अस्पताल में एइएस के तीन मरीज भरती हैं. गौरतलब है कि माैसम में नमी के साथ ही गया व आस-पास के क्षेत्रों में बच्चे जेइ व एइएस के शिकार होते हैं. यह बीमारी बहुत स्तर तक जानलेवा है. बीते साल जेइ व एइएस के 151 मामले आये थे. इनमें 47 बच्चों की मौत हो गयी थी.
सैमसंग की मशीन मिलने पर अधीक्षक को शाबाशी : निरीक्षण के दौरान मगध प्रमंडल आयुक्त जितेंद्र श्रीवास्तव ने प्रधान सचिव आरके महाजन को बताया कि अस्पताल अधीक्षक डॉ सुधीर कुमार सिन्हा के प्रयास से सैंमसंग कंपनी ने अस्पताल को एक उच्च तकनीक की अल्ट्रासाउंड मशीन व एक डिजिटल एक्सरे मशीन डोनेट की है.
इन दोनों मशीनों की लागत एक करोड़ रुपये है. इस पर प्रधान सचिव खुश हो गये. उन्होंने अधीक्षक डाॅ सिन्हा को शाबाशी दी और अस्पताल की बेहतरी के लिए और भी सकारात्मक प्रयास करते रहने को कहा. इसके बाद प्रधान सचिव ने दोनों मशीनों को देखा.

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