गया: जयप्रकाश नारायण (जेपीएन) अस्पताल में विकलांगता प्रमाणपत्र बनाने में अनियमितताएं की शिकायत की जांच मंगलवार से शुरू हो गयी. पहले दिन शिकायतकर्ता व मगध जन विकलांग कल्याण समिति के सचिव रिजवान खान व अन्य लोगों से पूछताछ की गयी. मगध प्रमंडल के क्षेत्रीय उपनिदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं (आरडीडीएच) डॉ राजेंद्र प्रसाद के आदेश सिविल सजर्न डॉ विजय कुमार सिंह ने जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ एसएन सिंह को शिकायतकर्ता के आरोपों की जांच करने के लिए अधिकृत किया है.
गौरतलब है कि मगध जन विकलांग कल्याण समिति के बैनर तले विकलांगों ने 23 जनवरी, 2014 को प्रमंडलीय आयुक्त के जनता दरबार में शिकायत की थी, जो प्रभात खबर के 24 जनवरी के अंक में ‘प्रमाणपत्र बनाने में अनियमितता’ शीर्षक से प्रमुखता से छपी थी. शिकायत पत्र में समिति के सचिव रिजवान खान ने कहा था कि जेपीएन अस्पताल में विकलांगता प्रमाणपत्र बनाने में संबंधित अधिकारियों द्वारा अनियमितता बरती जा रही है. कई बार इसकी शिकायत डीएम से करने के बाद भी स्थिति यथावत बनी है. फलत: अधिकतर विकलांगों को प्रमाणपत्र नहीं बन पा रहा है. वहीं, पैसों के बल पर बड़ी आसानी से प्रमाणपत्र बनाये जा रहे हैं. इसका विरोध करने पर र्दुव्यवहार किया जाता है व पुलिस बुलाने की धमकी दी जाती है.
पत्र में कहा गया था कि सिविल सजर्न कार्यलय की पहली मंजिल पर विकलांगता प्रमाणपत्र शाखा होने से विकलांगों को काफली परेशानी होती है. इसे आयुक्त आरके खंडेलवाल ने गंभीरता से लेते हुए आरडीडीएच को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया था.
विकलांगता प्रमाणपत्र शाखा हुई शिफ्ट
मंगलवार को सिविल सजर्न कार्यालय स्थित विकलांगता प्रमाण पत्र शाखा को पहली मंजिल से ग्राउंड फ्लोर पर सिविल सजर्न कक्ष के बगल में शिफ्ट कर दिया गया है. कार्यालय में विकलांगता की जांच करने की सभी सुविधाएं मुहैया करा दी गयी हैं