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मार्च तक सकरी-झंझारपुर का आमान परिर्वत्तन

बढ़ेगी सुविधा . अहम रेल परियोजनाओं की रेलवे बोर्ड ने तय की अवधि, कोसी महासेतु अगले साल से चालू बीत गया टारगेट, नहीं चालू हुआ हरनगर तक ट्रेन का परिचालन तय अवधि में पूरी होती नजर नहीं आ रहीं अधिकांश परियोजनाएं दरभंगा : मिथिला क्षेत्र की महत्वपूर्ण रेल परियोजना को लेकर रेलवे बोर्ड ने टारगेट […]

बढ़ेगी सुविधा . अहम रेल परियोजनाओं की रेलवे बोर्ड ने तय की अवधि, कोसी महासेतु अगले साल से चालू

बीत गया टारगेट, नहीं चालू हुआ हरनगर तक ट्रेन का परिचालन
तय अवधि में पूरी होती नजर नहीं आ रहीं अधिकांश परियोजनाएं
दरभंगा : मिथिला क्षेत्र की महत्वपूर्ण रेल परियोजना को लेकर रेलवे बोर्ड ने टारगेट तय कर दिया है. बड़ी परियोजनाओं को खंड-खंड में बांटकर उसे पूरा करने को लेकर आदेश जारी किया है. इसमें कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं शामिल हैं जो वर्षों से पाइप लाइन में पड़ी हैं. इन परियोजनाओं के प्रति विभागी की संजीदगी को देखते हुए निकट भविष्य में सपना साकार होता नजर आ रहा है.
हालांकि स्थानीय रेलवे के निर्माण विभाग के पदाधिकारी इस अवधि में लक्ष्य हासिल करते नहीं दिख रहे हैं. मसलन एक परियोजना ऐसी भी सामने आयी है, जिसे पूरा करने के लिए बोर्ड की ओर से निर्धारित की गयी अवधि बीत गयी. बावजूद अभी तक उस खंड पर परिचालन बहाल नहीं हो सका है. जानकार कहते हैं कि ये अलग बात है कि बोर्ड की ओर से निर्धारित तिथि में परियोजनाएं पूरी होने के आसार कम हैं, लेकिन इतना तो तय हो गया है कि ये परियोजनाएं प्राथमिकता के आधार पर पूरी की जायेंगी. कारण इसे फाइलन टच देने के लिए बोर्ड ने अपने स्तर से दी जानेवाली पूरी राशि मुहैया करा दी है.
फरवरी तक कोसी पुल पर चालू होगा परिचालन
400 करोड़ की लागत से तैयार कोसी महासेतु का उपयोग अगले वर्ष फरवरी से चालू होने के आसार हैं. रेलवे बोर्ड ने फरवरी 2018 तक निर्मली से सरायगढ़ के बीच आमान परिवर्तन का काम पूरा करते हुए परिचालन आरंभ करने का निर्देश दिया है. 22 किमी. लंबे इस खंड का निर्माण पूरा होने से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के खंडित मिथिला को रेलवे के माध्यम से एक करने का सपना मायने में पूरा होगा. सितंबर 2014 को निर्माण कंपनी ने रेलवे को पुल हैंडओवर कर दिया. लेकिन दोनों तरफ संपर्क रेल लाइन नहीं होने के कारण 400 करोड़ के पुल को जंग खा रहे हैं.
रेल खंड दूरी निर्धारित अवधि
बिरौल-हरनगर आठ किमी अप्रैल 2017
अमोलवा-गौनाहा 10 किमी नवंबर 2017
गढ़बरूआरी-सरायगढ़ 35.7 किमी मार्च 2018
सकरी-झंझारपुर 20 किमी मार्च 2018
नरकटियागंज-अमोलवा 12 किमी अक्तूबर 2017
सहरसा-गढ़बरूआरी 16 किमी जुलाई 2017
रक्सौल-सिकटा-नरकटियागंज 42 किमी जून 2017
हरनगर तक नहीं दौड़ी ट्रेन
सकरी-हसनपुर रेल खंड पर बिरौल से हरनगर के बीच ट्रेन परिचालन शुरू करने के लिए रेलवे बोर्ड ने चालू वर्ष के अप्रैल माह तक की अवधि तय की. महीना बीत गया, लेकिन परिचालन बहाल नहीं हो सका है. खंड का ट्रायल जरूर लिया गया, लेकिन सीआरएस निरीक्षण नहीं किया गया है. रेलवे के एक सीआरएस बिरौल क्षेत्र से ही आते हैं. कई बार उनका दौरा हुआ, बावजूद निरीक्षण नहीं किया गया है. पिछले दिनों डीआरएम ने तीन से चार महीने में परिचालन चालू होने की बात बतायी थी. यह खंड रेलवे बोर्ड के निर्देशों के अनुपालन के प्रति महकमा की लापरवाही का एक नमूना है.
बड़ी परियोजनाओं को खंड-खंड में बांटा
रेलवे बोर्ड ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बड़ी-बड़ी रेल परियोजनाओं को छोटे-छोटे खंड में बांट दिया है. उन खंडों पर काम पूरा करने का निर्देश जारी किया है. इसके तहत खगड़िया-कुशेश्वरस्थान, जयनगर-दरभंगा-नरकटियागंज, सकरी-निर्मली-लौकहा-झंझारपुर-सहरसा-फारबिसगंज खंड को छोटे-छोटे टूकड़े में बांटकर काम पूरा करने के लिए अवधि तय की है.

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