दरभंगाः डीएमसी परिसर में निर्मल सिंह की प्रतिमा हटना सत्य, राष्ट्रवाद व न्यायपालिका की जीत है. यह बात प्रेस-वात्र्ता के दौरान भाजपा अनुसूचित जाति-जनजाति मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता प्रो संजय महतो ने कही. गुरुवार को मौलागंज में उन्होंने विवादास्पद प्रतिमा हटाये जाने के बाद डीएमसी के प्राध्यापक डॉ अजित कुमार चौधरी द्वार चोर दरवाजे से कोर्ट के जरिये प्रतिमा हटवाने का आदेश पारित करवाने का दिये गये बयान की तीखी आलोचना की. इसे न्यायालय का अपमान बताया. श्री महतो ने इसको लेकर श्री चौधरी पर कानूनी कार्रवाई की मांग की.
मौके पर मोर्चा के जिलाध्यक्ष ज्वाला चंद्र चौधरी ने इसे मिथिला के बुद्धिजीवियों व भाजपा की जीत बताया. उन्होंने कहा, मिथिला ज्ञान, विज्ञान व स्वतंत्रता सेनानियों की भूमि रही है. ऐसे में इस तरह के चरित्र वाले जिसका दरभंगा के लिये कोई योगदान न हो उसकी प्रतिमा लगाना न्यायोचित नही था.
प्रेसवार्ता के दौरान इस मामले के मुख्य याचिकाकत्र्ता लहेरियासराय नगर मंडल उपाध्यक्ष सह जेपी सेनानी नरेश चंद्र सहनी ने कहा, यह विवादित प्रतिमा डीएमसीएच जैसे प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान एवं ज्ञान योग दर्शन की भूमि के लिये कलंक था. इसे न्यायालय के आदेश के द्वारा हटाया गया लेकिन अभी तक प्रतिमा वाले स्थान पर शहीद निर्मल सिंह की पट्टिका लगी हुई है.
डीएमसी प्रशासन द्वारा इसे नहीं हटाया जाना, कहीं न कहीं डीएमसी प्राचार्य की गलत मानसिकता को उजागर करती है. स्थानीय जिला प्रशासन अविलंब इसे हटकार न्यायालय के आदेश का अक्षरश: सम्मान करें. नहीं तो न्यायालय की शरण में जाने के लिये फिर से बाध्य हो जाउंगा. न्यायालय के लिये अपमानित शब्द का प्रयोग करनेवाले चिकित्सक पर विधि सम्मत कार्रवाई जिला प्रशासन करें. मौके पर राजेश कुमार चौधरी,विकास चौधरी, विमलेश यादव, अनिल शर्मा सहित अन्य कार्यकत्र्ता उपस्थित थे.