दरभंगा : करीब 18 वर्ष पूर्व दरभंगा टावर के सौंदर्यीकरण के दौरान जिस मकसद से तीन ओर फुटपाथ बनाये गये थे, उसकी विफलता को देख निगम प्रशासन ने फुटपाथ तोड़ने का जो निर्णय लिया था उसकी शुरूआत सोमवार से शुरू की गयी. टावर के पूर्वी भाग लस्सी दुकान के निकट से आज निगम के मजदूर एवं जेसीबी से फुटपाथों को तोड़ने का काम शुरू किया गया.
जानकारी के अनुसार टावर के तीन ओर बने फुटपाथों को तोड़कर सड़क के अंतिम विंदु पर नाला तथा शेष भाग में सड़कों की चौड़ाई बढ़ाकर नये सिरे से उसपर पीसीसी की ढलाई की जायेगी. प्रारंभ में यह काम सुभाष चौक से टावर तक होगा.
दरभंगा टावर पर जलजमाव एवं फुटपाथ पर दुकानदारों के कब्जा से लगातार जाम की स्थिति से निजात दिलाने के लिए निगम बोर्ड ने दरभंगा टावर के सौंदर्यीकरण के लिए 1.13 करोड़ की राशि की स्वीकृति दी थी. सरकार से अनुमोदन के बाद यह काम आज से शुरू किया गया. ज्ञात हो कि वर्ष 1997 में शहर का पहला कंक्रीट रोड दरभ्ंागा टावर पर बनना शुरू हुआ.
तत्कालीन डीएम राम बहादुर प्रसाद यादव निगम के तत्कालीन मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी उमेश्वर ठाकुर को गुणवत्तापूर्ण काम कराने का सख्त निर्देश दिया था. इतना ही नहीं निर्माण कार्य के दौरान डीएम खुद तीन-चार दिनों तक आकर उसका मुआयना किया.
सड़क की निर्माण कार्य प्राक्कलन के अनुरूप होने के बाद इसकी व्यापक सराहना होने पर तत्कालीन नगर विकास विभाग के सचिव ने भी इसका मुआयना किया था तथा राज्य स्तरीय बैठक में उन्होंने अन्य निगमों के पदाधिकारियों को दरभंगा टावर की इस सड़क की नजीर पेश की थी. शायद यही वजह है कि 18 वर्ष बाद भी इस सड़क के कंक्रीट यथावत स्थिति में हैं.
विभागीय सूत्रों के अनुसार फुटपाथ तोड़ने के बाद उसपर छह से आठ इंच पीसीसी रोड का निर्माण किया जायेगा ताकि जलजमाव से दरभंगा टावर के व्यवसायियों एवं आमजन को निजात मिल सके तथा सड़क की चौड़ाई बढ़ने पर जाम जैसी स्थायी समस्या से भी लोग उबर सके. नगर अभियंता रतन किशोर ने पूछे जाने पर बताया कि प्रथम चरण में सभी फुटपाथों को तोड़कर सड़क निर्माण का काम शुरू किया जायेगा.