अलीनगर : मुखिया हों की सरपंच. चाहे कोई अधिकारी. अब उन्हें सांसद आदर्श ग्राम का नाम नरमा-नवानगर ही लिखना पड़ेगा. नरमा गांव के शंकर सिंह की आपत्ति पर यह सुधार संभव हो सका है. उन्होंने बेनीपुर एसडीएम के यहां यह आपत्ति किया था कि गजट में पंचायत का नामकरण नरमा-नवानगर है. फिर किस आधार पर सभी कार्यालयों में नवानगर-नरमा लिखा जा रहा है. उक्त आपत्ति पर कार्रवाई करते हुए बेनीपुर एसडीएम अतिम कुमार ने पत्रांक 718 दिनों 5 जुलाई 2015 जारी कर बीडीओ अलीनगर, सीओ अलीनगर, ओपी अध्यक्ष अलीनगर एवं संबंधित पंचायत के मुखिया व सरपंच को कहा है कि 18 मई 1994 के गजट के अनुसार ही मूल रूप से नरमा-नवानगर लिखा जाय. अब इससे पंचायत कार्यालय एवं ग्राम कचहरी की मुहरें भी बदल जायेगी और बैंक खाताओं में भी सुधार की जरूरत होगी. किंतु पंचायत प्रतिनिधियों का प्रमाण पत्र तो गलत का गलत ही रह जायेगा. उसमें सुधार कौन करेगा. यह चर्चा का विषय बन गया है. उल्लेखनीय है कि पंचायत चुनाव 2001, 2006 एवं 2011 भी गजट के मुताबिक गलत नाम से ही हो चुका है. आखिर इतनी बड़ी गलती कैसे हुई. इतना ही नहीं, वार्डों का निर्धारण एवं संख्याकरण भी प्रारूप से भिन्न बना हुआ है जिसपर किसी का ध्यान अबतक नहीं गया है. वार्ड संख्या 1 से 5 तक ग्राम श्यामपुर में होना चाहिए था जो नवानगर में है और श्यामपुर गांव में वार्ड संख्या 13 से 17 तक है. पंचायत का सबसे बड़ा राजस्व गांव श्यामपुर का नाम पंचायत के नामकरण में कभी शामिल नहीं रहा. यह भी इसके साथ चर्चा का विषय बन गया है.
BREAKING NEWS
नवानगर नरमा नहीं, अब नरमा नवानगर बोलें
अलीनगर : मुखिया हों की सरपंच. चाहे कोई अधिकारी. अब उन्हें सांसद आदर्श ग्राम का नाम नरमा-नवानगर ही लिखना पड़ेगा. नरमा गांव के शंकर सिंह की आपत्ति पर यह सुधार संभव हो सका है. उन्होंने बेनीपुर एसडीएम के यहां यह आपत्ति किया था कि गजट में पंचायत का नामकरण नरमा-नवानगर है. फिर किस आधार पर […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement