दरभंगा : छात्रों को क्रियात्मक एवं रचनात्मक कार्यो से जुड़ना चाहिए जिससे आप जीवन के हर क्षेत्र में लाभान्वित हो सकते हैं. अपने जीवनकाल के दौरान नीयत को साफ रख किये गये सभी कार्य आपको उन्नति के शिखर तक पहुंचा सकता है.
जिसमें सीखने की प्रवृत्ति होती है वह ताउम्र कुछ सीखने की लालसा रखता है. अच्छा शिक्षक वही माना जाता है जिसमें हर वक्त सीखने की ललक रहती है. एमआरएम कॉलेज में चल रहे सजर्ना निखार शिविर के समापन समारोह में रविवार को मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिकुलपति प्रो सैयद मुमताजुद्दीन ने उक्त बातें कही. उन्होंने छात्राओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि आपलोगों ने छुट्टी का सदुपयोग सार्थक कार्य में किया है.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अभाविप के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सह सीनेट सदस्य विमलेश कुमार ने कहा कि सात वर्षो से विद्यार्थी परिषद की ओर से इस महाविद्यालय में सजर्ना निखार शिविर का आयोजन किया जा रहा है.
शिविर का उद्देश्य छात्राओं के अंदर उत्सुकता जगाना है ताकि वह जिस विषय का चयन करे उसकी गहराई तक जाकर उसपर अध्ययन करे. गृहविज्ञान के विभागाध्यक्ष एवं कार्यक्रम के संयोजक डॉ कन्हैया चौधरी ने कहा कि कार्यक्रम एवं प्रशिक्षण में नि:शुल्क समय देकर शिक्षक एवं अन्य विद्वानों ने जो योगदान दिया है, उसकी सराहना नहीं की जा सकती. उन्होंने शिविर में छात्राओं की अनुशासन एवं विनम्रता की भी तारीफ की.
डॉ एलके कर्ण ने कहा कि छात्राओं को इस तरह के रचनात्मक कार्य करनी चाहिए. इससे उनके व्यक्तित्व का सर्वागीण विकास होता है. अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रधानाचार्य डॉ विद्यानाथ मिश्र ने कहा कि इस तरह के आयोजन समय-समय पर होने से छात्राओं के मन के भाव धरातल पर उतरते हैं.
संचालन प्रदेश सह मंत्री अनुराधा ने की. मौके पर शिविर की परीक्षा में उत्कृष्ट स्थान पानेवाली प्रिया कुमारी, दिव्या कुमारी, राजलक्ष्मी सहित कई को पुरस्कृत किया गया. कार्यक्रम में मीडिया प्रभारी रश्मि सिंह ने भी महती भूमिका निभायी