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उठाव नहीं होने के विरोध में किसानों को जलाया धान

फोटो संख्या- 08परिचय- एसएफसी कार्यालय पर धान जलाते किसान. दरभंगा. मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान के बैनर तले किसानों ने गुरुवार को एसएफसी कार्यालय पर उठाव नहीं किये जाने के विरोध में धान जलाया. प्रतिष्ठान के जिलाध्यक्ष प्रदीप चौधरी के नेतृत्व में आयोजित इस आंदोलन में शामिल किसानों ने कहा कि व्यापार मंडल एवं पैक्सों के माध्यम […]

फोटो संख्या- 08परिचय- एसएफसी कार्यालय पर धान जलाते किसान. दरभंगा. मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान के बैनर तले किसानों ने गुरुवार को एसएफसी कार्यालय पर उठाव नहीं किये जाने के विरोध में धान जलाया. प्रतिष्ठान के जिलाध्यक्ष प्रदीप चौधरी के नेतृत्व में आयोजित इस आंदोलन में शामिल किसानों ने कहा कि व्यापार मंडल एवं पैक्सों के माध्यम से धान की अधिप्राप्ति कर ली गयी है, परंतु आजतक उसका उठाव नहीं किया गया है. जिस वजह से किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल पाया है. एक ओर सरकार किसानों के धान का उठाव एवं बोनस सहित इसका दाम भुगतान करने की बात कहती है वहीं दूसरी ओर आज भी कई पैक्सों एवं व्यापार मंडलों पर धान जमा है. प्रतिष्ठान ने आरोप लगाया कि 18 पैक्स एवं व्यापार मंडलों के माध्यम से 63 हजार क्विंटल धान की खरीददारी की जानी थी, जिसमें 51310 क्विंटल धान खरीदा गया. इसमें 17834 क्विंटल धान का उठाव नोडल एजेंसी एसएफसी ने किया है,जबकि 33473 क्विंटल धान विभिन्न अधिप्राप्ति केंद्रों पर समुचित रख-रखाव के अभाव में असुरक्षित पड़ा हुआ है. किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान बेचने एवं इसकी कीमत प्राप्त करने के अधिकार से सरकारी स्तर पर व्यवधान पैदा करना मानवाधिकार का हनन है. प्रतिष्ठान के जिला उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार मिश्र प्रभाकर की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम को चंदेश्वर गिरि, केदारनाथ झा अनाथ, मनोज कुमार सिंह,शशिनाथ सिंह, राम उदित चौधरी, रूद्रानंद सिंह, रामचंद्र मुंखिया, बैजू बावरा, नवल चौधरी, गणेशी पासवान, मो रजा, आरके दत्ता, शंकर चौधरी, फुल कुमार झा, जामुन झा, विष्णुदेव मंडल सहित अन्य ने संबोधित किया.

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