दरभंगा : 7.3 तीव्रता वाले इस भूकंप में बच्चे जैसे तैसे वर्ग कक्ष से निकल तो गए, लेकिन बस्ता लाने का साहस उनमें नहीं था. वहीं स्कूल प्रशासन भी किसी प्रकार का रिस्क लेना नहीं चाह रहे थे. किसी का कौन सा स्कूल बैग है इसकी पहचान स्कू ल के अन्य कर्मियों में नहीं थी.
इसलिए स्कूल प्रशासन ने आधे घंटे के बाद दूसरी बार के झटको को देख स्कू ली बच्चों को वैसी ही स्थिति में घर भेजने का निर्णय लिया तथा उन्हें बाद में लेने की नसीहत दी. जिसके कारण बच्चों की कॉपी, पेन, पेंसिल व बैग आदि बेंच पर वैसे ही खुली रह गई. साथ ही बच्चों का लंच बॉक्स, वाटर बोतल आदि भी विद्यालय में रह गया.