दरभंगा : आनेवाले ग्राहकों का गर्मजोशी से स्वागत करनेवाले अशेष ठाकुर का चेहरा उतरा-उतरा था. दरभंगा जंकशन रोड स्थित एकता मार्केट में अपने सैलून में बूङो हुए चेहरे के साथ बैठे थे. कारण की जिज्ञासा करने पर चिंता की लकीरें गहरी हो गयी.
पिछले तीन दिनों से कबीरचक में उनके घर में चूल्हा तो जलता है, पर कोई खा नहीं पाता. उसकी बेटी-दामाद का कोई खबर पता नहीं चल रहा. काठमांडू में ही उनके दामाद रहकर बच्चों को पढ़ाते हैं. वहीं सैलून चलाकर रोजी-रोटी का जुगाड़ करते हैं. भूकंप में काठमांडू की जो तसवीर अखबार-टीवी में देख रहे हैं, उससे दिल बैठा जा रहा है. संपर्क नहीं हो रहा है. जनकपुर में रिश्तेदार हैं, वे भी कुछ बता नहीं पा रहे. जी करता है उड़कर चला जाऊं पर रास्ता बंद है. करें क्या? बस भगवती से दुआ कर रहे सभी सकुशल हों.
घर छोड़ सड़क पर भागे लोग
मनीगाछी . शनिवार से रूक रूक कर आ रहे भूकंप के झटके से क्षेत्र के लोग काफी दहशत में हैं. लगभग 12़ 40 में आयी इस भूकंप से लोग घर छोड़ सुरक्षित स्थान पर चले आये. कई लोगों ने बताया कि लगभग डेढ़ से दो मिनट तक लोग झटका महसूस करते रहे. जान माल की क्षति की कोई सूचना समाचार लिखे जाने तक प्राप्त नहीं है. वैसे सीओ वीरेंन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि कल आयी भूकंप एवं ओलावृष्टि का जायजा लेने राघोपुर आये हुए हैं.
आज के भूकंप से राजे पंचायत के सरपंच कामिनी देवी का फूस का घर गिर जाने की सूचना है. वैसे शनिवार को आयी भूकंप से जतुका पंचायत के स्व़ लालचन्द्र चौपाल के पुत्र लक्ष्मण चौपाल की मृत्यु की सूचना नेहरा ओपी को दी गई है. वहां के मुखिया पति संजय सहनी ने बताया कि लक्ष्मण चौपाल की मृत्यु भूकंप के बाद रात्रि में दहशत से हो गयी क्योंकि उसका दो दो पुत्र नेपाल के किसी ईट भट्ठा में काम करता है. नेपाल में आयी इस विनाशकारी भूकंप की सूचना एवं लड़के से किसी प्रकार का संपर्क नहीं होने के कारण उसकी मृत्यु हो गयी. बीडीओ सुभाष कुमार ने बताया कि इसकी जांच की जा रही है. वैसे उनका अंतिम संस्कार बिना पोस्टमार्टम के ही कर दिये जाने की सूचना है.
रतजगा कर लोगों ने काटी रातें
तारडीह : भूकंप के खतरनाक मंजर आने के खबर सून-सून कर क्षेत्रवासी लगातार दो दिनों से रतजगा कर समय काट रहे हैं. रात में जहां बच्चों के साथ रास्ते पर समय गुजारना पड़ रहा है वहीं सोमवार को पूरे दिन भी भूकंप आने के अफवाह से सभी भयभीत हैं.
भूकंप का असर ऐसा हुआ है कि कई बच्चे मानसिक रूप से सुधबुध तक खो दिये हैं. रविवार की देर रात नौ बजे तो 11 बजे आयी भूकंप के भय का हल्ला इस कदर रहा कि कई गांव रात में वीरान सा लगने लगा था. इधर भूकंप के खबरों ने शुभलगA मुहूर्त पर भी असर डाल दिया है. आंगन में गानेवाली गीतनाद बंद हो गये हैं. महिलाएं, बच्चे सभी के उत्साह पर ब्रेक लग गया है. चारों तरफ गूंजने वाली गीत बंद हो भूकंप के भय तथा चर्चाओं में रह गये हैं. सोमवार को भले ही झटका नहीं आयी हो पर भूकंप के आने की दहशत भरी झटका लोगों में कई दिनों तक रहने की संभावना है.
शाम के झटके से फिर बढ़ी दहशत
बेनीपुर. सोमवार की शाम लगभग 6.05 मिनट पर आये भूकंप के झटके ने बेनीपुर के लोगों को दहशत में डाल दिया. पूर्व से ही संशकित लोग हल्के झटका महसूस करते ही कांप उठे और सब घर द्वार छोड़ बाहर आ गये. दिनभर की राहत ने शाम ढलते ही लोगों में एक बार फिर खौफ पैदा कर दिया की सोमवार की रात अब लोगों को सड़क पर ही न गुजारना पड़े.