दरभंगाः भूजल स्तर में लगातार गिरावट के कारण शहर में पेयजल संकट को देखते हुए नगर निगम सभी वार्डो में एक-एक समरसेबुल पंप गड़वायेगा. वार्ड के सार्वजनिक स्थल जहां बिजली कनेक्टिविटी हो, वैसे स्थानों को चयन की जिम्मेवारी स्थानीय पार्षद की सहमति से अभियंताओं को दी गयी है. गुरुवार को मेयर गौड़ी पासवान की अध्यक्षता में हुई सशक्त स्थायी समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया. बैठक में पेय जलसंकट की समस्या पर नगर आयुक्त परमेश्वर राम ने सदस्यों को बताया कि विगत दो सप्ताह से जलसंकट को देखते हुए नगर निगम प्रशासन ने निगम की दो टैंकर के अलावा भाड़े का एक टैंकर तथा 12 सिंटेक्स खरीदा है. इन सिंटेक्सों में पानी भरकर ट्रैक्टर से प्रभावित वार्डो में भेजा जा रहा है. इसके अलावा तीन टैंकरों से भी जलापूर्ति की जा रही है.
बैठक में सरकार के निर्देश पर अबतक सड़कों के वर्गीकरण का कार्य नहीं होने संबंधी एजेंडा पर नगर आयुक्त ने सदस्यों से कहा कि बिहार नगरपालिका अधिनियम 2007 के प्रावधान के अनुसार एक अप्रैल 2014 के प्रभाव से सामान्य कर पुनरीक्षण एवं वार्षिक किराया मूल्य निर्धारण के लिए सड़कों के वर्गीकरण का पुनर्निर्धारण आवश्यक है. दरभंगा को छोड़ राज्य के सभी नगर निगमों ने पिछले वित्तीय वर्ष में ही उसका निर्णय कर चुका है. उन्होंने सदस्यों को इसपर सहमति देने का अनुरोध किया. लेकिन सदस्यों ने इसे अगली बैठक में रखने की बात कह उसे स्थगित कर दिया.
बैठक में समिति के सदस्य रीता सिंह, राममनोहर प्रसाद, किशोर कुमार प्रजापति, सुनीता देवी, सुचित्र रानी, विशेष आमंत्रित सदस्य निशा कुमारी, अशोक कुमार, सुबोध प्रसाद ने शहरहित में कई विषयों पर चर्चा की. नगर आयुक्त ने 3 संविदा कर्मियों की मौत के बाद उनकी पत्नी को रखने संबंधी विचार प्रस्तुत किया जिसे सर्वसम्मति से अनुमोदित किया गया. बैठक में नगर अभियंता रतन किशोर, सहायक नगर अभियंता सऊद आलम, राजस्व प्रभारी प्रजापति मिश्र, प्रधान सहायक राकेश कुमार, लेखापाल सुमन सहाय सहित कई प्रशाखा के प्रभारी भी मौजूद थे.