दरभंगाः भूगर्भ जलस्तर में लगातार गिरावट से शहर के अधिकांश वार्ड जल संकट से जूझ रहा है. अधिकांश चापाकलों के सूखने एवं मोटरपंप से भी जल संचय नहीं होने के कारण अधिकांश मुहल्लों में हाहाकार की स्थिति है. विगत दो सप्ताह से शहर के अधिकांश मुहल्लों में यह स्थिति है.
नगर निगम के पास दो टैंकर उपलब्ध है. इनमें से एक टैंकर जिला प्रशासन के निर्देश पर मतगणना कार्य की सुरक्षा में पदस्थापित सुरक्षाकर्मियों के लिए शिवधारा स्थित बाजार समिति परिसर में लगा है. ऐसी स्थिति में मात्र एक टैंकर से शहर के कितने वार्डो में जलापूर्ति होती होगी, इसकी सहज कल्पना की जा सकती है.
सोमवार को जलसंकट पर मेयर गौड़ी पासवान की अध्यक्षता में हुई विशेष बैठक में पार्षद मधुबाला सिन्हा, रीता सिंह, राम मनोहर प्रसाद, अशोक कुमार, हीरा नैयर आजम सहित कई पार्षदों ने इस तरह की आरोप लगाये. बैठक में पार्षद मधुबाला सिन्हा ने कहा कि भीषण जलसंकट से शहरवासी जूझ रहे हैं और नगर निगम प्रशासन मूकदर्शक बनी हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि निगम कार्यालय के लिए एक दिन में आनन-फानन में टेलीविजन खरीदने की स्वीकृति दे दी जाती है, लेकिन जनहित में आमजन के लिए पानी उपलब्ध कराने जैसी विषय पर लोग एक -दूसरे की ओर देखकर मूकदर्शक बने हुए हैं. नगर आयुक्त की अनुपस्थिति में मेयर गौड़ी पासवान ने पार्षदों को आश्वस्त किया कि किसी भी वार्ड में जलसंकट के कारण आम नागरिक को परेशान नहीं होने दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि प्रत्येक वार्ड में एक हजार लीटर क्षमता के 3-3 टंकिया लगाये जायेंगे.
उन टंकियों में नगर निगम के टैंकर से जलापूर्ति की जायेगी और वहां से लोग आवश्यकतानुसार पानी लेंगे. उन्होंने कहा कि नगर निगम के पास तत्काल दो पानी टैंकर उपलब्ध है तथा शीघ्र ही दो और टैंकर की खरीदारी की जायेगी. और चारों टैंकरों से सभी वार्डो में नियमित रूप से जलापूर्ति की जायेगी. बैठक में पार्षद शंकर प्रसाद जायसवाल, निशा कुमारी, हीरा नैयर आजम, सुनीता कुमारी, सुबोध प्रसाद, रंजीत कुमार, अलका कुमारी सहित कई पार्षद उपस्थित थे. इससे पूर्व पार्षद फुजैल अहमद अंसारी ने यह कहते हुए बैठक का बहिष्कार किया कि नगर आयुक्त की अनुपस्थिति में बैठक की कोई प्रासंगिकता ही नहीं है. उन्होंने सवाल उठाया कि नगर आयुक्त के अनुपस्थिति में लिए गये निर्णयों का अनुपालन कौन कराएगा. बैठक में सीटी मैनेजर पांडेय अरविंद अनुरूप, सहायक नगर अभियंता सउद आलम, यांत्रिक अभियंता गणोश दास, राजस्व प्रभारी प्रजापति मिश्र सहित अन्य थे.