जरूरत. जिला प्रशासन ने केंद्रीय टीम को दिया क्षति का लेखा-जोखा
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केंद्र से चाहिए 205 करोड़ रुपये
जरूरत. जिला प्रशासन ने केंद्रीय टीम को दिया क्षति का लेखा-जोखा प्रशासन ने कृषि अनुदान के लिए 80 करोड़, पथ निर्माण विभाग की सड़कों की मरम्मत के लिए 33 करोड़ व ग्रामीण कार्य विभाग की सड़कों की मरम्मत के लिए 92 करोड़ रुपये की जरूरत बतायी है. दरभंगा : जिला के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का […]
प्रशासन ने कृषि अनुदान के लिए 80 करोड़, पथ निर्माण विभाग की सड़कों की मरम्मत के लिए 33 करोड़ व ग्रामीण कार्य विभाग की सड़कों की मरम्मत के लिए 92 करोड़ रुपये की जरूरत बतायी है.
दरभंगा : जिला के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का स्थल निरीक्षण कर केंद्रीय टीम वापस लौट गयी. जिला प्रशासन ने टीम के सामने क्षति का लेखा-जोखा प्रस्तुत करते हुए सहयोग के रूप में 205 करोड़ रुपये की जरूरत बतायी है. इसमें कृषि अनुदान के लिए 80 करोड़, पथ निर्माण विभाग की सड़कों की मरम्मत के लिए 33 करोड़ तथा ग्रामीण कार्य विभाग की सड़कों की मरम्मत के लिए 92 करोड़ रुपये की जरूरत बतायी गयी. डीपीआरओ कन्हैया कुमार के अनुसार टीम ने जिला प्रशासन की रिपोर्ट पर सहमति जताते हुए केंद्र सरकार को प्रतिवेदन देने की बात कही है.
डीएम ने टीम के सामने रखा क्षति का आंकड़ा
निरीक्षण के बाद केन्द्रीय टीम विभिन्न विभागों के वरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान विभागों की ओर से जिला में बाढ़ से हुई क्षति का विस्तार से लेखा-जोखा टीम के सामने प्रस्तुत किया गया. बैठक में डीएम डॉ चन्द्रशेखर सिंह ने बताया कि कुल कृषि योग्य भूमि तीन करोड़ 68 लाख 731 एकड़ में से एक लाख 49 हजार 182 एकड़ में लगी फसल की क्षति हुई है. कृषि इनपुट के लिए अनुदान राशि के रूप में 80 करोड़ की आवश्यकता बतायी गई. इसी प्रकार पथ निर्माण विभाग ने कुल 95 किलोमीटर क्षतिग्रस्त सड़क के पुनर्निर्मान के लिए लगभग 33 करोड़ रुपये की जरूरत बतायी. ग्रामीण कार्य विभाग ने कुल 455 किलोमीटर क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत के लिए लगभग 92 करोड़ रुपये की आवश्यकता जतायी गयी.
सिंहवाड़ा, केवटी, बहादुरपुर व हनुमाननगर में की गयी जांच: टीम में शामिल गृह विभाग के संयुक्त सचिव मुकेश मित्तल व चारा शस्यविद विजय ठाकरे ने सिंहवाड़ा में भराठी के निकट कृषि प्रक्षेत्र भराठी एवं तेलिया पोखर के पास बरबाद फसल का निरीक्षण किया. सदर प्रखंड के रसलपुर, शीशो पश्चिमी, बेलौना, मब्बी-कमतौल सड़क में चिमनी के निकट सड़क के दोनों तरफ तथा गंज रघौली, माधोपट्टी, ननौरा, खिरमा में सड़क के दोनों तरफ धान के पूरी तरह क्षतिग्रस्त फसल का निरीक्षण किया. टीम ने एनएच 57 शोभन पूर्वी तटबंध से जाकर मनियारी के निकट क्षतिग्रस्त पुल एवं सड़क को भी देखा. एनएच- 57 पर कंसी से जलवारा एवं पंचोभ जाने वाली क्षतिग्रस्त सड़क व पुलिया का निरीक्षण किया.
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