पर्व. प्रभु यीशु के जन्मदिन पर झूम उठा मसीही समाज
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दुल्हन की तरह सजा चर्च
पर्व. प्रभु यीशु के जन्मदिन पर झूम उठा मसीही समाज फादर लाॅरेंस ने िक्रसमस के महत्व के बारे में दी जानकारी शांति व भाइचारे का प्रसार ही था यीशु का संदेश बेतिया : शनिवार की रात शांति दाता, मुक्तिदाता और पापों से छुटकारा दिलाकर अनंत व आनंदमयी जीवन देने वाले परमेश्वर के पुत्र यीशु मसीह […]
फादर लाॅरेंस ने िक्रसमस के महत्व के बारे में दी जानकारी
शांति व भाइचारे का प्रसार ही था यीशु का संदेश
बेतिया : शनिवार की रात शांति दाता, मुक्तिदाता और पापों से छुटकारा दिलाकर अनंत व आनंदमयी जीवन देने वाले परमेश्वर के पुत्र यीशु मसीह के जन्म पर पूरा मसीही समाज झूम उठा. रात 10 बजे के बाद शहर के महागिरिजाघर समेत अन्य चर्चों में क्वायर टीम ने कैरोल सिंगिंग की.
इसके बाद मिस्सा पूजा और पवित्र बाइबिल का पाठ हुआ. प्रभु यीशु ख्रीस्त के जन्म के बाद लोगों ने प्रार्थना की और एक-दूसरे को क्रिसमस की बधाइयां दी. चर्चों की आकर्षक विद्युत सज्जा की गयी थी. पर्व को लेकर चर्च को दुल्हन की तरह सजाया गया है. शहर के चर्च रोशनी में नहाए हुए थे. इनकी सुंदरता देखते ही बनती थी. चर्चां में भारी संख्या में मौजूद महिला-पुरुषों और बच्चों ने प्रार्थना की और आशीष लिया. पल्ली पुरोहित फादर लॉरेंस पास्कल ने लोगों को क्रिसमस के महत्व की जानकारी दी. प्रभु यीशु मसीह के आगमन से दुनिया में प्रेम, शांति व भाईचारा का प्रसार होने की बात कही गई.
महागिरिजाघर में बड़ी संख्या में लोग जुटे थे. यहां रात 10.30 बजे चर्च की क्वायर टीम के सदस्यों ने कैरोल गाया. इसमें चर्च में मौजूद हजारों लोग भी शरीक हुए. यह सिलसिला रात 11.30 बजे तक चला.
पल्ली पुरोहित ने करायी मिस्सा पूजा : इसके तुरंत बाद पल्ली पुरोहित फादर लारेंस पास्कल ने मिस्सा पूजा करायी. उन्होंने प्रभु यीशु की एक छोटी सी प्रतिमा को भव्य रूप से सजाए गए गौशाला में स्थापित चरनी में स्थापित किया. मिस्सा पूजा के दौरान ही लोगों ने परमेश्वर से अपने पापों के लिए क्षमा मांगा.
उन्होंने बाइबिल के तीन पाठ नबी इसायस का पाठ, प्रेरित तितुस का पाठ और संत लुकस का पाठ लोगों को सुनाया. रात के ठीक 12 बजे परमेश्वर के पुत्र यीशु मसीह के जन्म की घोषणा हुई. शहर में तमाम चर्चों में मौजूद लोग खुशी से झूम उठे. इस मौके पर कृश्चयन र्क्वाटर के विभिन्न घरों में भी गौशाला का निर्माण कर नयनाभिराम झांकियों को प्रदर्शन किया गया है.
इसमें प्रभु यीशु, माता मरियम, सेंट जोसेफ के साथ गाय बैल एवं चरवाहों का चित्रण किया गया है. झांकियों का निर्माण ईसाई समाज के लोगो द्वारा हीं किया गया है. वहीं पादरी दुसैया, के आर चर्च, चुहड़ी, रामपुर मिशन, चखनी मिशन में भी विशेष पूजा की व्यवस्था की गयी।चारो ओर खुशियां ही खुशियां दिखायी दे रही थीं.
10 बजते ही कैरोल सिंगिंग से गंूजा महागिरजाघर
दुल्हन की तहर सजा महागिरिजाघर.
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