बेतिया : रेलवे स्टेशन के साइकिल व बाइक स्टैंड का चौड़ीकरण होगा. डीआरएम सुधांशु शेखर ने बेतिया स्टेशन व प्लेटफॉर्म के निरीक्षण के दौरान रविवार को यह निर्देश स्टेशन अधीक्षक को दिया. उन्होंने साइकिल व बाइक स्टैंड की भीड़ को देखते हुए कहा कि स्टैंड के लिए पर्याप्त जगह नहीं है. इससे यात्रियों को परेशानी […]
बेतिया : रेलवे स्टेशन के साइकिल व बाइक स्टैंड का चौड़ीकरण होगा. डीआरएम सुधांशु शेखर ने बेतिया स्टेशन व प्लेटफॉर्म के निरीक्षण के दौरान रविवार को यह निर्देश स्टेशन अधीक्षक को दिया.
उन्होंने साइकिल व बाइक स्टैंड की भीड़ को देखते हुए कहा कि स्टैंड के लिए पर्याप्त जगह नहीं है. इससे यात्रियों को परेशानी होती होगी. इसे जल्द ही बड़ा किया जाय. निरीक्षण के दौरान डीसीएम विरेंद्र मोहन सिंह, डीओएम डीके दास, एसके शर्मा, ए के पाठक, स्टेशन अधीक्षक विनय कुमार श्रीवास्तव, जीआरपी थानाध्यक्ष सुनील प्रकाश राव आदि उपस्थित थे.
रैंक प्वाइंट होगा साफ
डीआरएम सुधांशु उस वक्त बिफर पड़े, जब वे प्लेटफॉर्म के निरीक्षण के दौरान प्लेटफाॅर्म नंबर 2 पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने देखा कि मालगाड़ी जिस पटरी पर खड़ी होती है वह पूरा पटरी मिट्टी व गिट्टी से भरी पड़ी है. उन्होंने दो दिन के अंदर इसकी सफाई कराने का निर्देश दिया. स्टेशन अधीक्षक को निर्देश भी दिया कि मालगाड़ी ज्यादा देर तक नहीं रोके.
सुधर जायें, वरना कार्रवाई
स्टेशन मास्टर के कार्यालय में फाइलों की जांच के दौरान चेतावनी भरी लहजे में डीआरएम ने पदाधिकारियों को चेताया. कहा कि जल्द ही अपने कार्यशैली में बदलाव लाये. अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहे. इधर स्टेशन मास्टर के कार्यालय के बाद डीआरएम ने पूछताछ कार्यालय का भी निरीक्षण किया.
दो ट्रेनों में टिकट जांच
डीआरएम जिस वक्त स्टेशन पर थे. ठीक उसी समय दो ट्रेन आयी. देहरादून व सत्याग्रह एक्सप्रेस आयी. दोनों ट्रेन जब प्लेटफाॅर्म पर खड़ी हुई. डीआरएम ने खुद खड़ा हो कर यात्रियों से टिकट भी जांच करायी. इससे यात्रियों में हड़कंप मच गया था.
सप्तक्रांति से निकले और पूछी कौन सी है ट्रेन!
डीआरएम का सैलून लाइन नंबर दो पर खड़ी हुई. उस वक्त मुजफ्फरपुर से दिल्ली जाने वाली सप्तक्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस एक नंबर प्लेटफाॅर्म खड़ी थी. सैलून से निकलने के बाद सप्तक्रांति के डब्बे पार कर जब प्लेटफार्म एक पर डीआरएम पहुंचे तो उनका पहला सवाल था यह कौन सी ट्रेन है? जवाब में मिला सर, सप्तक्रांति.