दो मई की सुबह धूमनगर से लौकहा लौट रही थी बरात
बेतिया : धूमनगर से वापस लौकहा जा रही बराती बस शनिवार की सुबह पांच बजे हाइटेंशन तार की चपेट में आ गयी. इससे दो बरातियों की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि छह अन्य गंभीर रूप से झुलस गये. झुलसे बरातियों को एमजेके अस्पताल में भरती कराया गया है. दुर्घटना संत जेवियर स्कूल के पास हुई थी.
इस वजह से गुस्साये बरातियों ने पास में खड़ी स्कूल की बसों में तोड़फोड़ कर दी थी. उनका कहना था कि अगर स्कूल की बसें सड़क के किनारे नहीं लगी होतीं, तो ये दुर्घटना नहीं होती. वहीं, मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने बरातियों को शांत कराया. आश्वासन दिया कि आगे से स्कूल की बसें सड़क के किनारे नहीं लगेंगी.
जानकारी के मुताबिक, पूर्वी चंपारण के पहाड़पुर थाना के लौकाहां गांव के सुरेश पटेल के घर से बरात आयी थी, जो धूमनगर के वीरा पटेल के यहां गयी थी. एक मई को वीरा पटेल की बेटी की शादी हुई.
इसके बाद बरात अहले सुबह वापस जा रही थी. इसी बीच संत जेवियर स्कूल के समीप ट्रक से साइड लेने के दौरान बस की छत पर बैठे बराती हाई टेंशन तार की चपेट में आ गये. इससे मौके पर ही पहाड़पुर थाना के अमवा नेजामत गांव के कृष्ण मोहन प्रसाद (20) व पहाड़पुर थाना के एराजी टिकुलिया गांव के नेजामत (18) की मौत मौके पर ही हो गयी. पहाड़पुर के व्यास कुमार, लक्षण प्रसाद, मंटू कुमार, दुर्गा पटेल, अखिलेश कुमार, बृजकिशोर पटेल गंभीर रूप से झुलस गये.
घटना से गुस्साएं लोगों ने सड़क किनारे लगी संत जेवियर की बसों में जम कर तोड़-फोड़ की. हंगामा कर रहे लोगों का आरोप था कि सड़क किनारे स्कूल बस हमेशा खड़ी रहती हैं. इसके चलते आने-जाने वाली छोटी-बड़ी गाड़ियों व लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है. लोगों का यह भी आरोप था कि अगर बस सड़क किनारे खड़ी नहीं होतीं, तो यह घटना नहीं घटती.
तोड़-फोड़ व हंगामे की सूचना मिलते ही एसडीएम सुनील कुमार व सदर एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल घटना स्थल पर पहुंचे. अधिकारी द्वय ने लोगों को समझा-बुझा कर शांत कराया. साथ ही आश्वासन दिया कि संत जेवियर की बसें अब सड़क किनारे नहीं लगेंगी. तब जाकर आक्रोशित लोग शांत हुए.