हरनाटांड़ : चंपारण सत्याग्रह पर 22 जून को गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति नई दिल्ली द्वारा थरुहट की राजधानी कहे जाने वाले हरनाटांड़ में थारू कला संस्कृति संगम नामक एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
Advertisement
गांधी स्मृति व दर्शन का शुभारंभ, चंपारण को जाना चंपारण सत्याग्रह
हरनाटांड़ : चंपारण सत्याग्रह पर 22 जून को गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति नई दिल्ली द्वारा थरुहट की राजधानी कहे जाने वाले हरनाटांड़ में थारू कला संस्कृति संगम नामक एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता थरुहट महिला विकास संस्था के सचिव चांदमति देवी ने किया एवं संचालन जिला पार्षद कुसुम देवी ने किया.इसका […]
इसकी अध्यक्षता थरुहट महिला विकास संस्था के सचिव चांदमति देवी ने किया एवं संचालन जिला पार्षद कुसुम देवी ने किया.इसका शुभारंभ मुख्य अतिथि व वाल्मीकिनगर विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया.
कलाकारों ने िकया स्वागत गान
इस अवसर पर थारू कला सांस्कृतिक केंद्र के कलाकारों ने स्वागत गान के साथ अपने कार्यक्रमों के द्वारा उपस्थित लोगों का मन मोह लिया.थारुओं की विलुप्त हो रही संस्कृति को भी गाना एवं नाच के द्वारा प्रस्तुत किया.दिल्ली से आये गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति के सदस्यों ने मंच पर उपस्थित लोगों को अंग वस्त्र एवं गांधी जी का हस्त चरखा भेंट किया.विधायक ने महात्मा गांधी के चम्पारण आंदोलन के बारे में विस्तार से चर्चा की.
उन्होंने थरूहट की महिलाओं की बढ़ रही जागरूकता पर प्रसन्नता जाहिर की.उन्होंने कहा कि थरूहट की बेटियां बेहतर प्रदर्शन कर क्षेत्र को गौरवान्वित कर रही है.इस अवसर पर थरुहट क्षेत्र के साहित्य प्रेमी संस्कृतिकर्मी,राजनीतिज्ञ एवं बुद्धिजीवी उपस्थित रहे. यह कार्यक्रम 24 जून तक चलेगा. मौके पर उपस्थित लोंगो में दीपनरायन प्रसाद, गीता शुक्ला, लक्ष्मी खत्री, सुनैना देवी, राजकुमार महतो, जयकृष्ण पटवारी, दीर्घनरायन खतैत आदि उपस्थित रहे.
गांधीवादियों ने ताजा की बापू के कर्मभूमि की याद
बेतिया. गुजरात के साबरमती आश्रम समेत चंपारण सत्याग्रह के 100 वर्ष पूरा होने पर 600 गांधीवादियों का जत्था बेतिया पहुंचा. इनमें महिला और पुरुष दोनों शामिल रहे. ये सभी आस्था स्पेशल टूरिस्ट ट्रेन के जरिए सभी यहां पहुंचे. जहां गांधीवादियों का बेतिया स्टेशन पर गाजे-बाजे के बीच भव्य स्वागत किया गया और उन्हें मोतिहारी के लिए रवाना किया गया. गांधीवादियों ने जिले के विभिन्न गांधी स्थलों का दर्शन किया और बापू के कर्मभूमि के यादों को तरोताजा की. इस क्रम में ये गांधीवादी ऐतिहासिक भितिहरवा आश्रम, पंडित राजकुमार शुक्ल के पैतृक गांव मूरली भरहवा तथा चनपटिया के सतवरिया होते हुए बेतिया के हजारीमल धर्मशाला को देखा.गांधीवादियों ने बताया कि इस आस्था स्पेशल ट्रेन को साबरमती में 17 जून की सुबह गुजरात के सीएम विजय रूपानी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. नमक सत्याग्रह समिति रणपुरा के महासचिव राजीव कुमार सिंह के नेतृत्व में यह जत्था यहां पहुंचा. यहां से यह स्पेशल ट्रेन अहमदाबाद, आंनद, बड़ौदा, भरूच, सूरत, गोबरछा होते हुए बेतिया पहुंची. जो मोतिहारी और इलाहाबाद होते हुए फिर साबरमती पहुंचेगी. गांधीवादियों के स्वागत में महागठबंधन के डाॅ एनएन शाही व नंदकिशोर चौधरी सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे.
खास बातें
शताब्दी वर्ष पर आस्था स्पेशल टूरिस्ट ट्रेन 600 गांधीवादियों
को लेकर पहुंची बेतिया
17 जून को गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने झंडी दिखा कर किया था ट्रेन को रवाना
चंपारण के गांधी से जुड़े स्थलों का दर्शन कर धन्य हुए गांधीवादी
महागठबंधन के नेताओं ने किया गाजे-बाजे के साथ गांधीवादियों
का भव्य स्वागत
26 जून को गुजरात के साबरमती वापस लौटेगी स्पेशल ट्रेन
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement