मोतिहारी : शिक्षा व्यवस्था में सुधार की कवायद के बीच पूर्वी चंपारण में फर्जी शिक्षक बहाली प्रक्रिया निगरानी जांच में उजागर हो चुकी है़ एमडीएम में गडबडी के साथ भाड़े पर शिक्षक रख पढाने की बात अब पंचायत समिति में मुद्दा बनने लगा है़ कई शिक्षकों को प्रखंड शिक्षा अधिकारियों का भी संरक्षण बताया जाता […]
मोतिहारी : शिक्षा व्यवस्था में सुधार की कवायद के बीच पूर्वी चंपारण में फर्जी शिक्षक बहाली प्रक्रिया निगरानी जांच में उजागर हो चुकी है़ एमडीएम में गडबडी के साथ भाड़े पर शिक्षक रख पढाने की बात अब पंचायत समिति में मुद्दा बनने लगा है़ कई शिक्षकों को प्रखंड शिक्षा अधिकारियों का भी संरक्षण बताया जाता है़
जो अपने साथ घुमाते है़ कहीं भवन नहीं तो कही भूमि नहीं होने के कारण आज भी करीब एक दर्जन से अधिक स्थानों पर छात्र वृक्ष की छांव में पढते है़ं ऐसे में देश के भविष्य कहलाने वाले नौनिहालों को स्कूल में पढाई की जगह खेलते देखा जा सकता है़ भाडे के शिक्षक की बात सुन आम लोग भौंचक है़
कुव्यवस्था की कथा एक
कल्याणपुर . प्रखंड के पकडीदीक्षित पंचायत के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय पकडीकोठी में एक शिक्षिका अनुराधा की जगह भाडे के शिक्षक लक्ष्मण प्रसाद यादव पढाते है़ं बच्चे प्रिया कुमारी, निशा आदि बताती है कि मैडम महीना में तीन-चार रोज आ जाती है़
मैडम की जगह लक्ष्मण सर पढाते है़ं मुखिया पति उमेश राम भी इस बात की पुष्टि करते हुए पूर्व में शिकायत करने की बात कही़ भोजन भी दूसरे के दरवाजे पर बनता है़ पूछने पर बीईओ मोहन प्रसाद कहते है कि शिक्षकों का वेतन बंद कर दी जायेगी़
दो
ढाका . प्रखंड के हरूआनी नवसृजित प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक कुमोद शर्मा वर्षों से चिमनी चलाते है़ं भाड़े पर रखकर शिक्षक से पढवाते है़ं मध्य विद्यालय दक्षिणी पकडी के शिक्षक तहसीन जमा स्कूल नहीं आते है़ं कभी आते है तो नशे में डिप्टेशन पर शिक्षकों को बीआरसी में रखकर बच्चों की पढाई चौपट व शिक्षकों को घुमने का छूट दिया जाता है़ यह कोई आरोप नहीं पंचायत समिति की बैठक में उठी आवाज है़
जहां अधिकारियों के अलावे विधायक फैसल रहमान, पंसस मजहर खान, प्रमुख साईदा खातून आदि थी़ लौखान स्कूल जांच में एसडीओ ने आधे से अधिक शिक्षकों को गायब पाया था़
तीन
विभाग द्वारा शिक्षक नियोजन में गडबडी का मामला निगरानी द्वारा उजागर किया जा चुका है़ केस भी दर्ज हुआ़ कुछ शिक्षकों ने इस्तीफा दिया़ लेकिन निगरानी को अब तक 50 फोल्डर शिक्षक नियोजन के नहीं मिला है़ निगरानी ने डीईओ से उन शिक्षकों के पदस्थापना सहित पूर्ण विवरण की मांग की है़
चार
बगैर पद सृजित व अध्यक्ष सह डीएम के आदेश के बिना 131 टोला सेवक व लोक शिक्षकों की बहाली में जा सकती है, कई कर्मी व अधिकारियों की नौकरी़ इधर टोला सेवक वेतन(मानदेय) के लिए आंदोलन कर रहे हैं, तो विभाग फाईलों को कनीय से वरीय अधिकारियों से मंतव्य मांग रही है़ ऐसे में सवाल उठता है कि निर्धारित पद से अधिक 131 की बहाली किसके आदेश से हुआ़ उस समय कौन कर्मी व अधिकारी थे़ डीएम अनुपम कुमार मामले को गंभीर बताते हुए जांच की बात कहते है़ं
पांच
जिले में फेनहारा प्रखंड से पहली बार उजागर हुआ है कि बगैर चावल आपूर्त्ति कराये साधनसेवियों ने अक्टूबर-नवंबर माह के एमडीएम चावल आपूर्त्ति का हस्ताक्षर करा लिया़
चावल 219 क्वींटल था़ ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सभी प्रधानाध्यापक बगैर पढे हस्ताक्षर किये? क्या कोई समझौता टूटने पर हल्ला हुआ? मामला फेनहारा सहित अन्य प्रखंडों में भी जांच का है़