सिकरहना : ढाका प्रखंड के पंडरी पंचायत के मुखिया रौशन आरा व उनके पति हैदर अलि और रोजगार सेवक पर मनरेगा के तहत मजदूरी करा कर 243 मजदूरों की मजदूरी का पैसा हड़प लेने का मामला प्रकाश में आया है़
पंचायत के हरूआनी गांव निवासी नेमाजी अंसारी ने तीनों पर वर्ष 2012 से अब तक काम करा कर मजदूरी के 23, 10, 936 रुपये गबन कर लेने को लेकर विशेष निगरानी न्यायाधीश मुजफ्फ रपुर के यहां परिवाद संख्या 59/15 सोमवार को दायर किया है़ नेमाजी अंसारी ने अपने आवेदन में आरोप लगाया है कि वर्ष 2012-13 में बीपीएल के तहत आनेवाले सैकड़ों लोगों का जॉब कार्ड निर्गत कर
उनसे योजना में काम करवाया़ एक वर्ष बीतने के बाद वे अपना भुगतान के लिए रोजगार सेवक और मुखिया से गुहार लगाते रहे, परंतु किसी ने उन लोगों की नहीं सुनी और एक साजिश के तहत सभी का जॉब कार्ड भी लोगों से लेकर अपने पास रख लिया़ आवेदन के अनुसार इस बावत वे इस मामले को लेकर तत्कालीन तिरहुत आयुक्त सह जिलाधिकारी तथा अन्य अधिकारियों के यहां भी चक्कर लगा कर थक चुके हैं.
कोई नतीजा सामने नहीं आने पर अंतत: विशेष निगरानी के यहां मामला दर्ज करवाया है़ उधर, मुखिया पति हैदर अलि ने बताया कि यह सब मनगढंत मामला है़ उस वित्तीय वर्ष के दौरान जिन लोगों ने उस योजना के तहत काम किया था, उनका फ ाइनल पेमेंट भी कर दिया गया है.
सारे आरोप बेबुनियाद है़ वहीं तत्कालीन मनरेगा परियोजना पदाधिकारी शहनवाज रहमत ने बताया कि मामले के बारे में हमे इस समय कोई विशेष जानकारी नहीं है़ इस मुद्दे पर आवेदक से बात करने के बाद की कुछ विशेष बता पायेंग़े