झंझारपुर/सीतामढ़ी/बेतिया : उत्तर बिहार में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश ने एक बार फिर बाढ़ का खतरा बढ़ा दिया है. एहतियात के तौर पर पश्चिम चंपारण, मधुबनी, पूर्वी चंपारण और दरभंगा में शनिवार को सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को बंद कर दिया गया है. झंझारपुर में कमला बलान का जलस्तर शुक्रवार को खतरे के निशान से 40 सेंटीमीटर ऊपर था. इससे कटाव स्थल पर फिर से पानी का बहाब होने लगा है. इलाके में ग्रामीण रतजगा करने को मजबूर हैं. बाढ़ नियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता विमल कुमार ने बताया कि फिलहाल तटबंध पूरी तरह सुरक्षित है. सीतामढ़ी में बारिश के कारण बागमती व अधवारा नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है.
ढेंग रेल पुल के समीप बागमती का जलस्तर खतरे के निशान से 16 सेमी ऊपर है. जिले में किसी संभावित खतरेे से निपटने के लिए एसडीआरएफ को भी अलर्ट कर दिया गया है. बेतिया में बारिश ने जन जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है. शनिवार को भारी बारिश की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने जिलेवासियों से अपील की है कि आवश्यक काम हो तभी घर से बाहर निकलें. इसके अलावे भारी वर्षापात के मद्देनजर जिले में धारा 144 भी लगा दी गई है.
एपी तटबंध पर खतरा, गांवों को खाली कराने का आदेश
बगहा : बिहार यूपी सीमा पर अमवा खास तटबंध पूरी तरह गंडक की चपेट में आ चुका है. तटबंध लगभग कट चुका है. तटबंध का सिर्फ स्लोप बचा है, जिस पर नदी का दबाव बना हुआ है. अगर गंडक स्लोप को काट लेती है तो बिहार व यूपी की कई पंचायतें प्रभावित होंगी. बिहार की चार पंचायतों के कई गांव जलमग्न हो जायेंगे. तटबंध मात्र तीन फुट ही बचा है. उफनाती गंडक के खतरे को देख यूपी प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए तटबंध के समीप के गांवों को खाली करने का निर्देश दिया है. मौके पर बगहा एसडीएम विजय प्रकाश मीणा भी पहुंचे और तटबंध का जायजा लिया. वहीं उत्तर प्रदेश के गोरखपुर मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर, आईजी जयनारायण सिंह व डीआईजी ने भी तटबंध का मुआयना किया. कुशीनगर डीएम अनिल कुमार व एसपी विनोद कुमार मिश्रा एनडीआरएफ की टीम के साथ तटबंध पर कैंप किये हुए हैं.
कटाव की स्थिति को देखते हुए बिहार के सिंचाई विभाग द्वारा अपने अभियंताओं को भी बांध के बचाव कार्य के लिए कटावस्थल पर भेजा गया है. कटाव स्थल पर तटबंध के समानांतर लगभग 50 मीटर स्लोप पर मिट्टी भराई कर तटबंध का रूप दिया गया है. कटावरोधी कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है.
चंद्रशेखर तिवारी, सीओ, ठकराहा