मोतिहारी : सोमेश्वरनाथ महादेव अरेराज में जलाभिषेक के लिए सामान्य कांवरियों का जत्था बागमति बकेया के संगम स्थल बेलवा घाट से जल लेकर चलना शुरू कर दिया है. इन कांवरियों की विशेषता यह है कि ये लोग होटल का नाश्ता, चाय, खाना नहीं खाते हैं और जहां ठहरे वहीं स्वयं खाना बना एक साथ खाते हैं. अगर खाना बनाने, बोलने, कांवर रखने आदि में कोई गलती हुई तो उसके लिए भी जुर्माना अदा करते हैं.
जुर्माना के लिए गांव के गफला (कांवरियों की टीम) की प्रतिदिन शाम में ठहराव स्थल पर कचहरी लगती है. कचहरी में गफला के जमादार व सिपाही द्वारा शिकायत मिलने पर जुर्माना सुनाया जाता है. जुर्माने की राशि से अरेराज में प्रसाद खरीद पूजा की जाती है और उस प्रसाद को कांवरियों के अलावा गांव लौटने पर ग्रामीणों में बांट दी जाती है.
इस यात्रा में महिलाओं की संख्या भी कम नहीं होती. प्रशासनिक स्तर पर ठहराव की कोई व्यवस्था नहीं होती है. लेकिन इनका ठहराव स्थल स्कूल के अलावा समाजसेवियों द्वारा बनाया गया पंडाल होता है. रास्ते में रौशनी की व्यवस्था भी समाजसेवी करते है. सिर्फ सुरक्षा की जिम्मेवारी प्रशासन की होती है. डाक कांवरियों का जत्था द्वादशी को जलबोझी पर त्रयोदशी को जलाभिषेक करते है.