बक्सर : रेलवे स्टेशन के अधिकारियों की अनदेखी व कर्मियों की लापरवाही से आये दिन ट्रैक पर मवेशी विचरण करते रहते हैं. इससे कई बार हादसे भी होते हैं लेकिन विभाग सतर्क नहीं है. ट्रैक की सफाई न होने से मवेशियों को साक्षात ‘मौत’ अपनी ओर खींच रही है. आये दिन मवेशी ट्रेनों की चपेट […]
बक्सर : रेलवे स्टेशन के अधिकारियों की अनदेखी व कर्मियों की लापरवाही से आये दिन ट्रैक पर मवेशी विचरण करते रहते हैं. इससे कई बार हादसे भी होते हैं लेकिन विभाग सतर्क नहीं है. ट्रैक की सफाई न होने से मवेशियों को साक्षात ‘मौत’ अपनी ओर खींच रही है. आये दिन मवेशी ट्रेनों की चपेट में आते हैं और ट्रेनें घंटों खड़ी रहती हैं.
ट्रैक किनारे उगी घास, जंगली पौधे व खाने-पीने की बची वस्तुओं की सफाई के लिए कर्मचारियों की भारी भरकम फौज के बाद भी यह हाल है. बक्सर स्टेशन पर वर्षों से साफ-सफाई के लिए टेंडर न होने से स्थित बेहद बदहाल है. विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते यहां सफाई कर्मी पूरी ड्यूटी न करते हुए सिर्फ खानापूरी ही करते हैं. सफाई कर्मी प्लेटफार्मों पर झाड़ू लगाने के बाद यहां के कूड़े को ट्रैक पर ही फेंक देेते हैं. इससे स्टेशन किनारे घूम रहे मवेशी ट्रैक पर पहुंच जाते हैं.
एक साथ आ गयी थीं सैकड़ों भेड़ें :
रेलवे के पीडब्ल्यूआइ भी ट्रैक पर उगी घास को साफ कराने की जहमत नहीं उठाते हैं और मवेशी ट्रैक पर घास व पड़े खान-पान के सामान को चरने के लिए यहां पहुंच जाते हैं और इसी दौरान यहां से निकल रही ट्रेनों की चपेट में आकर इनकी मौत तक हो जाती है. गुरुवार को बक्सर स्टेशन पर कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला. एक साथ सैकड़ों भेड़ें रेलवे ट्रैक पर आ गयीं. हालांकि, संयोग ठीक रहा जो उस वक्त कोई फास्ट ट्रेन नहीं गुजर रही थी. वरना बड़ा हादसा हो सकता था.
क्या कहते हैं प्रबंधक
रेलवे ट्रैक पर भेड़ों का आना गंभीर मामला है. इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिये जायेंगे. इस पर ध्यान दिया जायेगा और नियमित सफाई करायी जायेगी.
एमके पांडेय, स्टेशन प्रबंधक