बक्सर/बगेनगोला : 25 अक्तूबर को ब्रह्मपुर में चूड़ी व्यवसायी इस्मुद्दीन की हत्या मामले का खुलासा पुलिस ने गुरुवार को कर लिया़ पूरे 65 दिन बीतने के बाद ब्रह्मपुर पुलिस ने दूध-का-दूध व पानी का पानी कर लिया. कातिल की छोटी सी चूक पुलिस को उस तक पहुंच दी़ कानून अपना काम करते हुए घटना में शामिल सभी कातिलों को बेनकाब कर दो को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार होनेवालों में ब्रह्मपुर चौरस्ता के दिलीप कुमार जायसवाल और संतोष कुमार जायसवाल हैं. जबकि एक अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है, जिसकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगी हुई है. पूछताछ के दौरान दोनों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है.
फर्नीचर व्यवसायी ने रची थी साजिश : ब्रह्मपुर थानाध्यक्ष डीएन सिंह ने बताया कि इस्मुद्दीन सूद पर लोगों को पैसा देता था. 12 लाख रुपये फर्नीचर व्यवसायी दिलीप कुमार जायसवाल को उसने दिया था.
पैसे की मांग को लेकर दबाव बना रहा था, जिसके बाद दिलीप ने अपने साथी संतोष कुमार जायसवाल और चौधरी के साथ मिल कर हत्या की साजिश रच डाली. हत्या के दिन व्यवसायी को फोन कर अपनी दुकान पर बुलाया और वहीं उसको बंधक बना लिया. इसके बाद देर रात धान के खेत में ले जाकर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी. हत्या का शक उस पर न हो, इसके लिए उसके परिजनों के साथ मिल कर उसे ढूढ़ने का नाटक भी करता रहा, ताकि किसी को शक न हो. पैसा पचाने के लिए उसने हत्या की.
घटना के दिन दिलीप की दुकान में दिखा था इस्मुद्दीन : स्थानीय व्यवसायी वहां पर एक लॉटरी सिस्टम चलाते हैं.उसके संबंध में युवक 200 रुपये लेने के लिए दिलीप की दुकान में गया था, जहां उसने इस्मुद्दीन को उसके दुकान में देखा था. (हम यहां उस युवक का नाम कानूनी बाध्यता के चलते नहीं खोल रहे हैं) पुलिस इस मामले में जब युवक से पूछताछ की, तो युवक ने ये सारी बात पुलिस को बतायी, जिसके बाद पुलिस दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ करनी शुरू की, तो वो जल्द ही पुलिस के सामने टूट गये और सारी बातें बता दीं.