संवाददाता, डुमरांव (नगर)
प्रखंड के कुशलपुर पंचायत के नेनुआ गांव स्थित बांके बिहारी संस्कृत उच्च विद्यालय का निरीक्षण शुक्रवार को जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने किया. निरीक्षण में काफी अनियमितता पायी गयी. आलम यह था कि जांच के दौरान विद्यालय में एक भी छात्र उपस्थित नहीं थे. बीइओ अरविंद कुमार ने बताया कि स्कूल में केवल प्रधानाध्यापक काशीनाथ द्विवेदी ही उपस्थित मिले. उन्होंने बताया कि विद्यालय में शिक्षकों के दो गुट रहने के कारण शिक्षक अपनी उपस्थिति अलग अलग बनाते हैं. जांच के क्रम में उन्होंने बताया कि प्रधानाध्यापक के पास रोकड़ पंजी, भोजन भंडार पंजी, पोशाक राशि, साइकिल व छात्रवृत्ति से संबंधित कोई भी अभिलेख उपलब्ध नहीं था. बीइओ ने पोशाक छात्रवृत्ति व साइकिल की राशि प्रधानाध्यापक द्वारा निकाले जाने की बात तो अवश्य बतायी. परंतु अभी तक वितरण नहीं होने की कारणों का खुलासा नहीं किया. उन्होंने आगे बताया कि यहां पढ़ाई के बदले भोजन के नाम पर खाद्यान्न राशि के गबन की जांच की जा रही है. दोनों गुटों के शिक्षकों ने बीइओ व जनप्रतिनिधि के समक्ष अपनी अपनी बातों को रखा. प्रखंड प्रमुख सुरेश सिंह ने बताया कि स्कूल में चावल नहीं था.बीइओ ने इस संबंध में साधनसेवी से पूछताछ करने की बात के साथ ही जिला शिक्षा पदाधिकारी को इस संबंध में रिपोर्ट करने की बात कही.